वायुसेना ने बेंगलुरु पहुंचाया 3 टन कच्चा माल, जानिए कहां होगा इस्तेमाल
कोरोना के खौफ से जूझ रहे देश में संकट की इस घड़ी में भारतीय वायुसेना मदद के लिए आगे आई है। वायुसेना की ओर से ‘हर काम देश के नाम’ नामक पहल की शुरुआत की गई है। इसके तहत वायुसेना ने 3 टन कच्चा माल मुंबई से बेंगलुरु पहुंचाया।
बेंगलुरु: कोरोना के खौफ से जूझ रहे देश में संकट की इस घड़ी में भारतीय वायुसेना मदद के लिए आगे आई है। वायुसेना की ओर से ‘हर काम देश के नाम’ नामक पहल की शुरुआत की गई है। इसके तहत वायुसेना ने 3 टन कच्चा माल मुंबई से बेंगलुरु पहुंचाया। यह माल निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) के उत्पादन के लिए लाया गया है। यह काम रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के सहयोग से पूरा हुआ। कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में वायुसेना भी मदद कर रही है।
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वायुसेना का कहना है कि हालात के अनुसार वे कदम उठा रहे हैं। इसके लिए मंत्रालयों और संबंधित विभिन्न विभागों के साथ वायुसेना संपर्क में है। इसके लिए आपदा प्रबंधन सेल का भी गठन हुआ है, जिसमें देश के कई मालवाहक विमान और हेलिकॉप्टर भी काम पर लगाए गए हैं दूसरे देशों में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए वायुसेना ने ‘ऑपरेशन संजीवनी’ की शुरुआत की। भारत सरकार इस महामारी के संकट से संघर्ष के लिए सेना, वायु सेना और नौसेना की सहायत ले रही है और उनके संसाधनों का उपयोग कर रही है।
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IAF ने ट्वीट किया, ‘वायुसेना का एक AN-32 एयरक्राफ्ट मुंबई से 3.0 टन कच्चा माल लेकर 8 अप्रैल, सोमवार को बेंगलुरु पहुंचा। कर्नाटक में PPE के तेजी से प्रोडक्शन के लिए किया गया यह काम DRDO के सहयोग से पूरा हुआ।’ बता दें कि कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में डीआरडीओ ने राष्ट्रीय राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पूरे शरीर को संक्रमणरहित करने वाला चैम्बर स्थापित किया है।