पाकिस्तान के हमले में भारत के आठ जवान शहीद, भारतीय सेना ने दिया मुंहतोड़ जवाब
भारत के साथ सीमा पर बढ़ते तनाव के बाद चीन की नापाक हरकतें और भी ज्यादा बढ़ गई है। वह लद्दाख पर कब्जा करने के मकसद से साजिशें रच रहा है।
नई दिल्ली: भारत के साथ सीमा पर बढ़ते तनाव के बाद चीन की नापाक हरकतें और भी ज्यादा बढ़ गई है। वह लद्दाख पर कब्जा करने के मकसद से साजिशें रच रहा है।
अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए उसने पेंगोंग झील के पास वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाना शुरू कर दिया है। एक तरफ तो वह भारत के साथ बातचीत का दिखावा कर रहा है।
वहीं दूसरी ओर भारत विरोधी साजिशों को अंजाम देने में जुटा हुआ है। वह पाकिस्तान को भी भारत के खिलाफ जंग में खड़ा करने के लिए आर्थिक रूप से मदद कर रहा है।
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चीन ने सुंरग बनाने में पाक की मदद की
उसने भारत में अशांति फैलाने के लिए भारत –पाक बॉर्डर पर एक सुंरग बनाने में भी पाकिस्तान की मदद की है। इसका खुलासा भारतीय खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट में हुआ है।
इसका नतीजा ये है हुआ है कि भारत को अब दो तरफा युद्ध जैसे हालातों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ चीन है और दूसरी और उसका दोस्त पाकिस्तान।
सरकार की तरफ से बताया गया कि पिछले आठ महीनों में जम्मू क्षेत्र में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के नजदीक पाकिस्तान की ओर से सीजफायर उल्लंघन की कुल 3186 घटनाएं हुईं।
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पाकिस्तान ने 3186 बार किया सीज फायर का उल्लंघन
ये जानकारी रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद नाइक ने राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में दी। उन्होंने ये भी बताया कि एक जनवरी से 31 अगस्त के बीच जम्मू में इन्टरनेशल बॉर्डर के पास सीमापार से गोलीबारी की 242 वारदातें हुई हैं।
उन्होंने बताया कि 1 जनवरी से सात सितंबर के बीच जम्मू में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के नजदीक सीजफायर उल्लंघन की कुल 3186 घटनाएं देखने को मिली।
जबकि इस वर्ष 7 सितंबर तक जम्मू-कश्मीर में सेना के आठ जवान मारे गए और दो अन्य घायल हो गए।
उन्होंने ये भी बताया कि सीजफायर उल्लंघन के लिए उचित जवाबी कार्रवाई, भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा की गई है।
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