भाजपा विधायकों के पैरों में गिरे आप नेता, दिल्ली के LG ऑफिस में मार्शल बहाली को लेकर जमकर ड्रामा
Delhi News: दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भाजपा विधायकों के पैर पकड़ लिए। साथ ही मुख्यमंत्री आतिशी विजेद्र गुप्ता के कार में बैठ गईं।
Delhi News: दिल्ली में बस मार्शलों की बहाली के मुद्दे पर आज दिल्ली एलजी के ऑफिस में जमकर ड्रामा हुआ। आज दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी आप और भाजपा विधायकों के साथ मार्शलों की बहाली के लिए कैबिनेट नोट सौंपने और उस पर मंजूरी लेने के लिए उपराज्यपाल वीके सक्सेना के ऑफिस पहुंची थी। मामले में नोट पास कर दिया गया। नोट पास होते ही भाजपा विधायक सचिवालय से बाहर जाने लगे। उन्हें रोकने के लिए आप ने जमकर ड्रामा किया। दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भाजपा विधायकों के पैर पकड़ लिए। साथ ही मुख्यमंत्री आतिशी विजेद्र गुप्ता के कार में बैठ गईं।
विजेद्रं गुप्ता की कार में बैठीं आतिशी
भजापा विधायकों को रोकने के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता की गाड़ी में बैठकर एलजी हाउस पहुंचीं। आतिशी ने कहा कि भाजपा विधायकों ने कल मिलने का समय मांगा था। सीएम ने कहा कि मार्शलों के मुद्दे के बारे में भाजपा को समझाया गया। कहा गया कि यह एलजी के अधीन आने वाली सेवा मामलों के अंतर्गत आता है। मगर आज भाजपा ने आज एलजी हाउस में आज इस बात को नहीं रखा। इससे भाजपा की पोल खुल गई। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मुद्दों पर राजनीति कर रही है।
मुझे अपने मंत्रियों पर गर्व- केजरीवाल
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मामले पर फोटो पोस्ट करते हुए प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा कि मुझे गर्व है अपने मंत्रियों पर जो लोगों के काम करवाने के लिए किसी के पैरों में भी लेट जाते हैं। मेरी LG साहिब और बीजेपी वालों से विनती है कि इस मुद्दे पर और राजनीति ना करें और तुरंत बस मार्शलों को नौकरी पर रखा जाए।
भाजपा कर रही राजनीति
इस मामले पर आतिशी ने कहा कि बस मार्शल को नियमित करने के लिए दिल्ली विधानसभा द्वारा पारित प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए गए। उन्होंने बताया कि कैबिनेट को जो काम करना था वह किया जा चुका है। कैबिनेट बस मार्शल और नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को नियमित कर चुकी है। अब भाजपा को उन्हें नियमित करना है। उन्होंने बताया कि भाजपा विधायक आज एलजी हाउस में कैबिनेट नोट को पारित करने के लिए तैयार नहीं थे। हालांकि नोट पारित कर लिया गया।