Signature Row: ...तो क्या AAP सांसद राघव चड्ढा पर होगी कार्रवाई? विशेषाधिकार समिति की बुलाई गई बैठक
Raghav Chadha Signature Row: राज्यसभा में दिल्ली सेवा बिल पर चर्चा के दौरान AAP सांसद राघव चड्ढा का इसे सेलेक्ट कमेटी को भेजने का प्रस्ताव को लेकर बीजेपी ने उन पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया है।
Raghav Chadha Signature Row: संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद राघव चड्ढा के मामले में विशेषाधिकार हनन (Breach of Privilege) मामले को स्वीकार कर लिया है। इसे लेकर बुधवार (9 अगस्त) की शाम विशेषाधिकार समिति की बैठक बुलाई गई है।
आम आदमी पार्टी नेता राघव चड्ढा के खिलाफ दिल्ली सेवा विधेयक (Delhi Service Bill) को सेलेक्ट कमेटी में भेजने के प्रस्ताव पर आगे विचार करने के लिए विशेषाधिकार समिति को भेज दिया गया है। प्रिविलेज कमेटी के भेजे गए पत्र में नाम का उल्लेख किया गया है।
इन सांसदों के नाम फर्जी लिखने के आरोप
राज्य सभा में आप सांसद राघव चड्डा के खिलाफ लगे आरोपों में बताया गया है कि, बीजू जनता दल सांसद सस्मित पात्रा (sasmit patra), बीजेपी सांसद नरहरि अमीन (BJP MP Narhari Amin), सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi), वाईएसआरसीपी सांसद निरंजन रेड्डी (YSRCP MP Niranjan Reddy) और बीजेपी सांसद फांगनोन कोन्याक सहित अन्य सांसदों के नाम फर्जी तरीके से लिखे गए हैं। हालांकि, चड्ढा कहते रहे हैं कि ये झूठ है।
राघव चड्ढा पर क्या है आरोप?
दरअसल, राज्य सभा के कई सांसदों ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सेवा संबंधी विधेयक को लेकर प्रस्तावित प्रवर समिति (select committee) में उनके नाम का प्रस्ताव बिना उनकी सहमति के किया गया। दिल्ली सेवा बिल (Delhi Service Bill) पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी दावा किया था कि, राघव चड्डा ने सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर करवाए हैं।
राघव मामले पर बीजेपी ने क्या कहा?
दिल्ली से बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता (Vijender Gupta) ने राघव चड्ढा को आड़े हाथों लिया। सोशल मीडिया साइट एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, 'इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि आप झूठ, भ्रष्टाचार और अराजकता का पुलिंदा हैं। लेकिन, AAP सांसद राघव चड्ढा ने संसद में प्रस्ताव पेश करते समय सदस्यों के फर्जी हस्ताक्षर पेश करना एक नया घटियापन है।' वहीं, दिल्ली बीजेपी सचिव हरीश खुराना (Harish Khurana) ने भी चड्ढा के मंसूबों पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, 'कैसे वह किसी भी समिति के लिए किसी भी सांसद का नाम उसकी सहमति के बिना प्रस्तावित कर सकते हैं?'
AAP क्या बोली?
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह (AAP MP Sanjay Singh) ने आरोप लगाया, कि 'कोई भी सांसद सिलेक्ट कमिटी के लिए नाम सुझा सकता है। वह भी बिना नामित सदस्य के हस्ताक्षर किये। बीजेपी झूठ और अफवाह फैला रही है।' जबकि, AAP विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा, 'जो (सांसद) कह रहे हैं कि राघव चड्ढा ने उनके फर्जी सिग्नेचर किए, वे झूठ बोल रहे हैं। क्योंकि, उस पर हस्ताक्षर नहीं थे। उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए। जिस तरह से उन्होंने (केंद्र ने) फर्जी मामला बनाकर राहुल गांधी को संसद सदस्यता के लिए अयोग्य करार दिया। भारद्वाज ने कहा, बीजेपी राहुल की ही तरह राघव चड्ढा के साथ भी करना चाहती है। ये लोग बहुत ताकतवर हैं। कुछ भी कर सकते हैं। मगर, हम इससे नहीं डरते।'