Rajya Sabha के 33% सांसदों पर क्रिमिनल केस, CPM के 80% सांसद दागी...ADR रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे

ADR Report: एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि, राज्यसभा के 225 सदस्यों में से 33 प्रतिशत ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने की जानकारी दी है।

Written By :  aman
Update:2024-03-01 21:17 IST

राज्यसभा (Social Media) 

Criminal Cases Against Rajya Sabha MPs: संसद के ऊपरी सदन यानी राज्यसभा के 225 सदस्यों में से 33 प्रतिशत ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले (Criminal Cases) की जानकारी दी है। बता दें, इन मौजूदा सांसदों की कुल संपत्ति 19,602 करोड़ रुपए है। यह जानकारी एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने दी है। एडीआर ने रिपोर्ट में बताया कि, उनमें से 31 अर्थात 14 फीसदी सांसद अरबपति हैं।

एडीआर ने अपनी ताजा रिपोर्ट में ये भी बताया कि, इनमें से 18 फीसदी सांसदों ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। इनमें हत्या और हत्या के प्रयास के मामले भी शामिल हैं। एडीआर और नेशनल इलेक्शन वॉच (NEW) ने मिलकर एक विश्लेषण किया। जिसमें दो राज्यसभा सदस्यों ने आईपीसी की धारा- 302 के तहत हत्या से संबंधित मामलों की जानकारी दी है। रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (एम) (CPM) के 5 राज्यसभा सांसदों में से 4 पर क्रिमिनल केस चल रहे हैं। यानी सीपीएम के 80 प्रतिशत सांसद दागी हैं।

33% राज्यसभा सांसदों पर क्रिमिनल केस

राज्यसभा के 4 सांसदों ने भारतीय दंड संहिता की धारा- 307 के तहत हत्या के प्रयास से संबंधित मामलों की घोषणा की है। एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि, 'विश्लेषण किए गए 225 राज्यसभा के मौजूदा सांसदों में से 75 यानी 33% राज्यसभा के मौजूदा सांसदों ने अपने खिलाफ क्रिमिनल केस घोषित किए हैं। इसी तरह, 40 अर्थात 18 फीसदी राज्यसभा के मौजूदा सांसदों ने गंभीर आपराधिक मामले (Serious Criminal Cases) घोषित किए हैं। इस रिपोर्ट में विभिन्न पॉलिटिकल पार्टीज के सांसदों के बीच इन आपराधिक मामलों के अनुपात की भी जांच की गई।'

ADR-NEW का साझा विश्लेषण

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और नेशनल इलेक्शन वॉच की ओर से किए गए विश्लेषण में दो राज्यसभा सदस्यों ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा- 302 के तहत हत्या से जुड़े मामलों, जबकि 4 सांसदों ने धारा- 307 के तहत हत्या के प्रयास संबंधित मामलों की जानकारी दी है।

बीजेपी-कांग्रेस-सीपीआई के सांसद का हाल

आपराधिक मामलों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपने 90 राज्यसभा सदस्यों यानी 23 फीसदी के साथ आगे है, जिन्होंने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए। इसी तरह, कांग्रेस भी इसी तरह के आरोपों का सामना कर रही है। कांग्रेस के 28 में से 50 प्रतिशत सांसद इसी तरह के आरोपों का सामना कर रहे हैं। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, तृणमूल कांग्रेस के 13 राज्यसभा सदस्यों में से 5 यानी 38 प्रतिशत, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के 6 सदस्यों में से 4 यानी 67 प्रतिशत, सीपीआई (एम) के पांच में से चार यानी 80 प्रतिशत सांसदों ने अपने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।

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