नई दिल्ली: दुनिया भर की कंपनियां अभी मालवेयर 'वानाक्राई' से उबरने की कोशिशों में ही जुटी थी कि सुरक्षा फर्म चेक प्वाइंट ने नए मालवेयर 'फायरबॉल' के बड़े पैमाने पर फैलने की चेतावनी दे दी। बता दें, कि ये अब तक 25 करोड़ कंप्यूटरों को प्रभावित कर चुका है। इससे सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में भारत भी शामिल है।
'वायर्ड डॉट कॉम' ने शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा है कि 'फायरबॉल' को ब्राउजर को हैक करने के लिए डिजाइन किया गया है। ये डिफ़ॉल्ट सर्च इंजन गूगल को बदल देता है और बीजिंग स्थित डिजिटल मार्केटिंग फम राफोटेक की तरफ से प्रभावित यूजर के वेब ट्रैफिक की निगरानी करता है।
ये भी पढ़ें ...भारत से ब्रिटेन तक व्यापक साइबर हमला, दुनियाभर में हाहाकार
चीन के हैकर के बन सकते हैं शिकार
इस फर्म ने ये भी कहा है कि इस मालवेयर में पीड़ित के मशीन पर किसी भी प्रकार के कोड को दूर बैठे ही रन करने और नए खतरनाक फाइलों को डाउनलोड करने की क्षमता है। चेक प्वाइंट के रिसर्च टिम के प्रमुख माया होरोविट्ज का कहना है, '25 करोड़ के करीब कंप्यूटर बड़ी आसानी से इस मालवेयर के शिकार हो सकते हैं। यह मालवेयर कंप्यूटरों के एक्सेस के लिए बैकडोर सॉफ्टवेयर इंस्टाल कर देता है, जिसकी मदद से मॉलवेयर हमला करने वाले चीन के हैकर आसानी से उनका शोषण कर सकते हैं।'
ये भी पढ़ें ...सावधान ! कहीं आपका बच्चा तो नहीं फंस रहा है साइबर क्रिमिनल के जाल में
पांच में से एक कंप्यूटर इसका शिकार
चेक प्वाइंट ने अपने ग्राहकों के नेटवर्क के विश्लेषण के आधार पर अनुमान लगाया है कि दुनिया भर में कॉर्पोरेट नेटवर्क के पांच में से एक कंप्यूटर इस मालवेयर से प्रभावित हैं।
ये भी पढ़ें ...ब्रिटेन के हॉस्पिटल्स पर बड़ा साइबर अटैक, हैकर्स ने मांगी फिरौती