Agniveer Compensation: पहले शहीद अग्निवीर गावते अक्षय लक्ष्मण के परिवार को सरकार कितना देगी मुआवजा? क्या कहता है नियम
Agniveer Compensation: सेना में कार्यरत किसी अग्निवीर के शहीद होने की यह पहली घटना है। ऐसे में लोगों के मन में सवाल हैं कि शहीद के परिवारवालों को क्या सहायता मिलेगी?
Agniveer Compensation: सियाचिन की दुर्गम ऊंचाइयों पर कर्तव्य निभाते हुए अग्निवीर (ऑपरेटर) गावते अक्षय लक्ष्मण ने मातृभूमि के लिए सर्वोच्च बलिदान किया है। सेना के लेह स्थित फायर एंड फ्यूरी कोर ने बताया कि सियाचिन में ड्यूटी के दौरान एक अग्निवीर लक्ष्मण शहीद हुए हैं। अक्षय लक्ष्मण मूलत: महाराष्ट्र के रहने वाले थे। अग्निवीर बनने के बाद उनकी पहली तैनाती भारतीय सेना के फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स में हुई थी।
सेना में कार्यरत किसी अग्निवीर के शहीद होने की यह पहली घटना है। लोगों के मन में सवाल हैं कि शहीद के परिवारवालों को क्या सहायता मिलेगी। जानते हैं इस बारे में कि एक अग्निवीर के लिए क्या नियम हैं।
- अगर सेवाकाल के दौरान किसी अग्निवीर की मृत्यु हो जाती है तो पूरा इन्श्योरेंस कवर मिलता है। उसके परिवार को 1 करोड़ रुपए से अधिक की राशि दी जाती है। जितनी नौकरी बची है उसका वेतन भी देने का प्रावधान है।
- ड्यूटी के दौरान अपनी जान देने वाले अग्निवीर के निकटतम परिजन को गैर अंशदायी बीमा के रूप में 48 लाख रुपए, मुआवजे के रूप में 44 लाख रुपए, अग्निवीर द्वारा योगदान की गई सेवा निधि का 30 प्रतिशत, सरकार द्वारा समान योगदान और उस पर ब्याज के साथ राशि मिलेगी।
- इसके अलावा परिजनों को मिलने वाली मदद में अग्निवीर मृत्यु की तारीख से चार साल पूरे होने तक शेष कार्यकाल का भुगतान (13 लाख रुपये से अधिक) भी शामिल है। इसके अलावा सशस्त्र बल युद्ध हताहत निधि से 8 लाख रुपये का योगदान दिया जाएगा।
- आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से तत्काल 30 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
सेवा के नियम
भारतीय सेना के नियमों के मुताबिक, सेवा में शामिल के पहले साल में अग्निवीरों को 4.76 लाख रुपए का पैकेज मिलता है। वहीं 4 साल का कार्यकाल खत्म होने तक इसे 6.92 लाख रुपए तक बढ़ाया जा सकता है। यानी अग्निवीरों को हर महीने 30 हजार से 40 हजार तनख्वाह मिलती है। इसके अलावा अग्निवीर को तीनों सेनाओं के स्थायी सैनिकों की तरह अवॉर्ड, मेडल, भत्ता दिया जाता है। सरकार अग्निवीर का 44 लाख का बीमा भी कराती है। ड्यूटी के दौरान अगर अग्निवरी का निधन हो जाता है तो उन्हें बीमा की रकम मिलेगी। इसके अलावा उनके बचे हुए कार्यकाल का वेतन भी मिलेगा।