Agniveer Reservation: अग्निवीरों को रेलवे में मिलेगा रिजर्वेशन, नहीं देनी होगी ये परीक्षा
Agniveer Reservation: अग्निवीर के तहत रिटायर अग्निवीरों को रेलवे के अन्य पदों पर आरक्षण देने का फैसला किया गया है। बोर्ड ने रेलवे के महाप्रबंधकों को जारी किया पत्र।
Agniveer Reservation: रेलवे बोर्ड ने अग्निपथ कार्यक्रम योजना के तहत रिटायर्ड होने वाले अग्निवीरो को अपने क्षेत्र में कई विभागों में सीधी भर्ती का सरल रास्ता निकाला है। रेलवे ने कई पदों की भर्ती के लिए अग्निवीरों को आरक्षण का ऐलान किया है। इस रिजर्वेशन के साथ रेलवे के अन्य पदों पर 15 प्रतिशत तक का आरक्षण दिया जाने का फैसला किया है। यह आरक्षण शारीरिक दक्षता परीक्षा के साथ आती सीमा में भी राहत देने का काम करेगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह सूचना दी गई है कि, रेलवे सुरक्षा बल(RPF) में भी अग्निवीरों के लिए आरक्षण का विचार किया जा रहा है। रेलवे बोर्ड अग्निवीरों को लेवल - 1 पर 10 प्रतिशत तक का और लेवल– 2 के पदों पर 5 प्रतिशत का रिजर्वेशन की सुविधा देगा।
रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार, लेवल-1 में चौथे श्रेणी में जैसे गैंगमैन, ट्रैकमैन, खलासी, प्वाइंटमैन जैसे आदि रिक्त पदों के लिए अग्निवीरों को 10 प्रतिशत तक का आरक्षण दिया जाएगा। वहीं लेवल-2 में जूनियर क्लर्क, टाइपिस्ट, अकाउंटेंट, जूनियर टाइम कीपर, ट्रेन क्लर्क सहित गैर राजपत्रित के अन्य पदों के लिए 5 प्रतिशत तक का आरक्षण दिया जायेगा।
रेलवे के लेवल-1 में रिक्त पदों को रेलवे भर्ती सेल से भरा जाएगा। वही जबकि लेवल-2 के पदों पर भर्ती प्रक्रिया RRB(Railway Recruitment Board) आयोजित करेगी। अग्निवीरों को लिखित परीक्षा भी पास करना जरूरी होगा। लेकिन उन्हें शारीरिक दक्षता परीक्षा से छूट मिलेगी। रिटायर्ड अग्निवीरों के पहले बैच को आयु में पांच वर्ष तक की छूट दी जाएगी। इसके बाद आने वाले बैच के अग्निवीरों को केवल तीन साल की छूट मिलेगी। इस अंतराल में यदि पर्याप्त अग्निवीर आवेदन नहीं करते हैं तो दूसरे आरक्षित वर्ग के युवाओं को अवसर दिया जाएगा।
क्या है अग्निवीर योजना?
आपको बता दें कि पिछले वर्ष 14 जून 2022 को अग्निवीर भर्ती का ऐलान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के द्वारा किया गया था, हालांकि इस भर्ती के एलान के बाद केंद्र सरकार को इस योजना पर काफी विरोधों का भी सामना करना पड़ा था, इसमें सबसे ज्यादा विरोध आयु सीमा को लेकर किया गया था, कोरोना काल के कारण 2 सालों तक सेना की भर्ती प्रक्रिया में अड़चन का माहौल बना हुआ था। इसके वजह से कई सरे युवाओं की उम्र सीमा से ज्यादा हो गयी थी, हालंकि इसके बाद उम्र में छूट भी देने का प्रावधान किया गया था।