Palestine Crisis: ओवैसी ने इजराइली पीएम को बताया शैतान, सीएम योगी पर भी साधा निशाना
Palestine Crisis: हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को एक क्रूर शासक के साथ-साथ युद्ध अपराधी कहा है। उन्होंने कहा कि गाजा के 10 लाख लोगों को बेघर होना पड़ा है।
Palestine Crisis: इजरायल- हमास युद्ध को लेकर दुनिया दो खेमों में बंट चुका है। एक पक्ष जो हमास की बर्बरता की आलोचना कर इजरायल का समर्थन कर रहा है। वहीं, दूसरा पक्ष हमास के समर्थन में खड़ा है। भारत में भी यही हाल है। आजादी के समय से भारत हमेशा फिलिस्तीन के साथ खड़ा रहा है लेकिन मोदी सरकार ने पहले दिन ही इस नीति में बड़ा परिवर्तन लाते हुए इजरायल का समर्थन किया। इस पर देश में भी जमकर सियासत हो रही है।
कांग्रेस और अन्य बीजेपी विरोधी पार्टियों ने इस मसले पर मुस्लिम वोटों को देखते हुए फिलिस्तीन के पक्ष में बयान दिया है। एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने तो न केवल फिलिस्तीन का समर्थन किया बल्कि इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को शैतान तक कह डाला। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से गाजा के लोगों का साथ देने की अपील की है।
नेतन्याहू क्रूर शासक और युद्ध अपराधी
हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को एक क्रूर शासक के साथ-साथ युद्ध अपराधी कहा है। उन्होंने कहा कि गाजा के 10 लाख लोगों को बेघर होना पड़ा है। पूरी दुनिया ये देखकर भी खामोश है। जिन्होंने इन्हें मारा उन्हें भी देखिए, मगर गाजा के इन बेचारे लोगों ने आपका क्या बिगाड़ा है ? ओवैसी ने मीडिया पर भी एकतरफा रिपोर्टिंग करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इजरायल पर बीते 70 साल से गाजा पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया है।
सीएम योगी पर भी साधा निशाना
एआईएमआईएम सुप्रीमो के निशाने पर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी रहे। उन्होंने उनका नाम न लेते हुए हमला बोला है। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, देश में एक बाबा मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने कहा है कि फिलिस्तीन का सर्पोट करने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। तो सुन लीजिए मुख्यमंत्री जी, मैंने गर्व से फिलिस्तीन और भारत का झंडा पहना है। मैं फिलिस्तीन के साथ खड़ा हूं।
दरअसल, पिछले दिनों अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय समेत अन्य जगहों पर इजरायल – हमास युद्ध के मुद्दे पर प्रदर्शन देखने को मिला था। जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस अंतरराष्ट्रीय मुद्दे पर बेवजह की बयानबाजी करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए। उन्होंने कहा कि इजरायल – फिलिस्तीन विवाद में भारत सरकार के पक्ष का विरोध करने तथा इसके खिलाफ बयान देने वालों के विरूद्ध फौरन कार्रवाई हो।