एयरबस ने पवनहंस के साथ किया करार, मिशनों को पूरा करना होगा आसान
एयरबस ने कहा कि करार पर बुधवार की शाम हस्ताक्षर किये गये। इसके तहत पवनहंस के मौजूदा एएस365एन डॉफिन हेलीकॉप्टरों का समय-समय पर रख-रखाव भी किया जाएगा।
नयी दिल्ली: सरकारी क्षेत्र की पवनहंस लिमिटेड, डॉफिन हेलीकॉप्टरों की दुनिया की सबसे बड़ी उपभोक्ता है। इसके पास अभी 37 डॉफिन हेलीकॉप्टर हैं। इनका इस्तेमाल अपतटीय तेल एवं गैस परिचालन में किया जाता है। वीआईपी परिवहन और दूसरे कार्यों में इनका इस्तेमाल किया जाता है।
इसी सम्बन्ध में एयरबस ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने पवन हंस लिमिटेड के साथ पेरिस में एक सहमति करार किया है। इस करार के तहत पवनहंस के बेड़े में एयरबस के हेलीकॉप्टरों की दो श्रेणियों एच145 और एच225 को शामिल किया जाएगा।
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एयरबस ने कहा कि करार पर बुधवार की शाम हस्ताक्षर किये गये। इसके तहत पवनहंस के मौजूदा एएस365एन डॉफिन हेलीकॉप्टरों का समय-समय पर रख-रखाव भी किया जाएगा।
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एयरबस ने कहा कि एच145 और एच225 कई तरह की भूमिका में काम आने वाले हेलिकाप्टर हैं। इनसे पवनहंस को उसके विभिन्न प्रकार के मिशनों को पूरा करने में काफी मदद मिलेगी।
एमओयू पर पवन हंस लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक एयर कोमोडोर दयासागर और एयरबस हेलिकाप्टर्स, भारत एवं दक्षिण एशिया प्रमुख अशीष सर्राफ ने हस्ताक्षर किये।
(भाषा)