Maharashtra Politics: शरद पवार को मोदी कैबिनेट का ऑफर, कांग्रेस नेता का बड़ा दावा,महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज
Maharashtra Politics: एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व सीएम की ओर से दावा किया गया कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा का साथ देने पर अजित पवार ने शरद पवार को मोदी कैबिनेट में कृषि मंत्री या नीति आयोग का अध्यक्ष का पद दिलवाने का वादा किया था।
Maharashtra Politics: एनसीपी के मुखिया और उनके भतीजे अजित पवार के बीच लगातार हो रही मुलाकातों के बाद महाराष्ट्र में एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम की ओर से दावा किया गया है कि अजित पवार की ओर से अपने चाचा शरद पवार को मोदी कैबिनेट का ऑफर दिया गया था। एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व सीएम की ओर से दावा किया गया कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा का साथ देने पर अजित पवार ने शरद पवार को मोदी कैबिनेट में कृषि मंत्री या नीति आयोग का अध्यक्ष का पद दिलवाने का वादा किया था।
पूर्व सीएम के दावे के मुताबिक अजित पवार ने शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र प्रदेश के अध्यक्ष जयंत पाटिल को भी केंद्र और राज्य सरकार में शामिल करने की बात भी कही थी। दूसरी ओर शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के नेता और सांसद संजय राउत ने इस दावे पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि अजित पवार इतने बड़े नेता नहीं है कि वे शरद पवार को मंत्री बनवाने का ऑफर दे सकें।
पुणे में बैठक के दौरान दिया ऑफर
अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दिनों पुणे में एक कारोबारी के घर शरद पवार और अजित पवार की गुपचुप बैठक के दौरान शरद पवार को बड़ा ऑफर दिया गया था। इस बैठक के दौरान अजित पवार ने शरद पवार से एक बार फिर भाजपा का साथ देने का अनुरोध किया था। वे पूर्व में भी शरद पवार से इस बाबत अनुरोध कर चुके हैं।
वैसे कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि इस मुलाकात के दौरान शरद पवार ने अजित पवार की ओर से दिए गए ऑफर को पूरी तरह खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वे किसी भी सूरत में भाजपा के साथ जाने के लिए तैयार नहीं हैं। वैसे शरद पवार और अजित पवार के बीच लगातार हो रही मुलाकातों को लेकर महाविकास अघाड़ी गठबंधन में सवाल उठाए जा रहे हैं।
अजित पवार से मुलाकातों पर उठे सवाल
कांग्रेस और उद्धव ठाकरे गुट की ओर से कहा जा रहा है कि शरद पवार का इस तरह बार-बार अजित पवार से मिलना उचित नहीं है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने इन मुलाकातों को गलत बताया है। वैसे शरद पवार का कहना है कि यह मुलाकात पारिवारिक मामले से ज्यादा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि चाचा और भतीजे के बीच हुई इस मुलाकात की इतनी ज्यादा चर्चा क्यों की जा रही है।
शरद पवार का सियासी कद काफी बड़ा
इस बीच उद्धव ठाकरे गुट के नेता और सांसद संजय राउत ने कहा कि अजित पवार इतने बड़े नेता नहीं है कि वे शरद पवार जैसे नेता को कोई ऑफर दे सकें। उन्होंने कहा कि शरद पवार को अजित पवार ने नहीं बनाया बल्कि अजित पवार का सियासी कॅरियर शरद पवार ने बनाया है। शरद पवार 60 साल से अधिक का समय संसदीय राजनीति में बिता चुके हैं। वे चार बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे हैं और कई बार केंद्र सरकार में मंत्री रहे हैं। ऐसे में अजित पवार शरद पवार को कैसे ऑफर दे सकते हैं। शरद पवार के सामने उनका राजनीतिक कद कुछ भी नहीं है।