Maharashtra Election: महाराष्ट्र चुनाव के लिए अमित शाह ने जारी किया संकल्प पत्र
Maharashtra Election: महाराष्ट्र में बीजेपी ने अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है।
Maharashtra Election: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज यानी रविवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी का चुनावी घोषणापत्र जारी कर दिया। बीजेपी द्वारा जारी संकल्प में युवाओं, किसानों और महिलाओं के लिए बड़ा ऐलान किया गया है। जिसमें कहा गया कि महिलाओं को 2100 रूपए महीना देंगे। वहीं युवाओं को 25 लाख नई नौकरी देने का वादा किया है। इसके अलावा इस संकल्प पत्र में वृद्धा पेंशन को 2100 करने का किया ऐलान भी किया गया है। वहीं किसानों के लिए बड़ा ऐलान करते हुए संकल्प पत्र में कहा गया कि किसानों का कर्ज माफ़ किया जायेगा। आपको बता दे कि आज संकल्प पत्र जारी करने के अवसर पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और पार्टी के अन्य नेता मौजूद रहे।
अमित शाह ने किया सम्बोधन
संकल्प पत्र जारी करने के बाद अमित शाह ने सम्बोधन दिया। जहाँ अपने सम्बोधन में अमित शाह ने कहा, "आज यहां जिस संकल्प पत्र का विमोचन हुआ है, वह महाराष्ट्र की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है। महाराष्ट्र एक प्रकार से कई युगों से हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व कर रहा है। एक जमाने में जब जरूरत थी, तब भक्ति आंदोलन की शुरुआत भी महाराष्ट्र से हुई, गुलामी से मुक्ति का आंदोलन भी शिवाजी महाराज ने यहीं से शुरू किया, समाजिक क्रांति की शुरुआत भी यहीं से हुई। महाराष्ट्र की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब हमारे इस संकल्प पत्र में दिखाई पड़ता है।"
विपक्ष पर बोला हमला
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने सम्बोधन के दौरान विपक्ष पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा, "मैं उद्धव ठाकरे से पूछना चाहता हूं कि क्या वे कांग्रेस के नेता राहुल गांधी से कह सकते हैं कि वो वीर सावरकर के लिए दो शब्द बोल दें?, क्या कांग्रेस का कोई नेता बाला साहब ठाकरे के सम्मान में दो वाक्य बोल सकता है? अंतर्विरोध के बीच में अघाड़ी की सरकार बनाने का स्वप्न लेकर जो लोग निकले हैं, उनको महाराष्ट्र की जनता जान ले, यह बहुत जरूरी है। "
आगे सम्बोधन में अमित शाह ने कहा कि इस चुनाव में हमारा मुकाबला महा विकास अघाड़ी से है। मैं कहना चाहता हूं कि अघाड़ी की सारी योजनाएं सत्ता की लालच में तुष्टिकरण की हैं, विचारधाराओं का अपमान करने वाली हैं और महाराष्ट्र की संस्कृति से छल करने वाली हैं।