Parliament Session: 'ड्रग्स के खिलाफ लड़नी होगी सामूहिक लड़ाई, जीरो टॉलरेंस नीति पर कर रहे काम..लोकसभा में शाह
Parliament Winter Session: केंद्रीय गृहमंत्री ने ड्रग्स और नशे के कारोबार पर कठोर नियंत्रण की बात कही। उन्होंने सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति की भी चर्चा की।
Parliament Winter Session: संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। लोकसभा में बुधवार (21 दिसंबर) को चीन सीमा विवाद पर भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा। लोकसभा में ड्रग्स और नशे के मुद्दे पर आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने जवाब दिया।
गृहमंत्री बोले, 'ड्रग्स देश के लिए गंभीर समस्या है। केंद्र की मोदी सरकार ड्रग्स के खिलाफ सख्त नीति अपनाई हुई है। उन्होंने कहा, ड्रग्स को लेकर किसी भी प्रकार कोई सियासत नहीं होनी चाहिए।'
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में ड्रग्स पर सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के बारे में बताया। उन्होंने कहा, देश को नशा मुक्त करना प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प है। शाह ने आगे कहा, सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों को मिलकर नशे के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी। तभी हम इस दिशा में सकारात्मक रूप से आगे बढ़ पाएंगे।
बॉर्डर-बंदरगाहों-हवाई अड्डों के
केंद्रीय मंत्री ने संसद में कहा, 'हमें बॉर्डर, बंदरगाहों और हवाई अड्डों के रास्ते ड्रग्स के प्रवेश को रोकने की जरूरत है। राजस्व विभाग (Revenue Department), NCB, और मादक पदार्थ रोधी एजेंसियों (Anti Drug Agencies) को सामूहिक रूप से नशे के कारोबार के खिलाफ लड़ना होगा। तभी हमें सफलता मिलेगी।' इसके अलावा शाह ने कहा, जो भी अन्य राष्ट्र हमारे देश में में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं, वे ड्रग्स से होने वाले मुनाफे का इस्तेमाल उसी के लिए कर रहे हैं। इस गंदे पैसे की मौजूदगी भी धीरे-धीरे हमारी अर्थव्यवस्था को खोखला कर देती है। इस दिशा में भी नकेल कसने की जरूरत है।'
'नशे के खिलाफ मिलकर लड़ना होगा'
अमित शाह ने सदन को संबोधित करते हुए कहा, 'सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों को मिलकर नशे के खिलाफ जंग लड़नी होगी। इसके लिए सीमाओं, बंदरगाहों तथा हवाई अड्डों के माध्यम से ड्रग्स के प्रवेश को रोकना होगा। इसके लिए, राजस्व विभाग, NCB और मादक पदार्थ रोधी एजेंसियों को सामूहिक रूप से नशे के कारोबार के खिलाफ लड़ना होगा।'
जो राज्य मदद नहीं कर रहे, वो उन्हें सक्षम बना रहे
केंद्रीय गृहमंत्री ने ने ये भी आरोप लगाया कि, 'जो राज्य केंद्रीय एजेंसियों की मदद नहीं करते हैं, वे ड्रग तस्करों को सक्षम बना रहे हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को संसद द्वारा NCB के साथ मादक पदार्थों की तस्करी की जांच का अधिकार दिया गया है।'
अमित शाह- नशा सबसे बड़ी समस्या
नशीले पदार्थ के दुष्प्रभाव मुद्दे पर आज संसद में चर्चा के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जवाब दिया। लोकसभा में अपने जवाब में उन्होंने कहा, 'नशा देश के लिए सबसे गंभीर समस्या है। ड्रग्स से 'अर्थतंत्र' को बड़ा नुकसान होता है। ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में सभी राज्यों से केंद्र के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ने की जरूरत है।'