यहां सिख कट्टरपंथियों ने स्वर्ण मन्दिर को घेरा, खालिस्तान के समर्थन में लगाए नारे

इस वक्त की बड़ी खबर पंजाब से आ रही है। यहां के अमृतसर में ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ के 36 साल पूरे होने पर सिख कट्टरपंथियों का अलग रूप देखने को मिला। सिख कट्टरपंथी भारी संख्या में स्वर्ण मंदिर परिसर में जमा हो गए और खूब नारेबाजी की।

Update: 2020-06-06 11:20 GMT

अमृतसर: इस वक्त की बड़ी खबर पंजाब से आ रही है। यहां के अमृतसर में ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ के 36 साल पूरे होने पर सिख कट्टरपंथियों का अलग रूप देखने को मिला। सिख कट्टरपंथी भारी संख्या में स्वर्ण मंदिर परिसर में जमा हो गए और खूब नारेबाजी की। उन्होंने खालिस्तान के समर्थन में जमकर नारे भी लगाये।

इस दौरान सिख कट्टरपंथी संगठन दमदमी टकसाल के सदस्यों ने अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के अधिकारियों के साथ उन लोगों के परिवारों को सम्मानित किया, जो ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान अपनी जान गंवा बैठे थे।

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जत्थेदार ध्यान सिंह मंड ने मान नीत समूह के साथ परिसर में प्रवेश किया और भीड़ को संबोधित किया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) प्रमुख एवं पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान के बेटे ईमान सिंह मान के नेतृत्व में करीब 100 कार्यकर्ताओं ने अकाल तख्त में नारे लगाये।

सुबह के वक्त पुलिसकर्मियों और मान के नेतृत्व वाले समूह के बीच मामूली झड़प हुई क्योंकि उन्हें शुरूआत में मंदिर में प्रवेश करने से मना कर दिया गया। मान को झड़प में पैर में चोट लग गई। बाद में, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद समूह को प्रवेश की इजाजत दे दी गई।

यहां ये भी जानना जरुरी है कि ऑपरेशन ब्लू स्टार, स्वर्ण मंदिर में छिपे भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिये चलाया गया था। स्वर्ण मंदिर के लगभग सभी एंट्री गेट पर पुलिस ने अवरोधक लगा रखे थे।

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