फंसे अर्नब फिर से: अब भेजा गया तलोबा जेल, पकड़े गए ऐसे करते हुए

रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी और दो अन्य लोगों को अन्वय नाइक सुसाइड केस में पुलिस ने पकड़कर जेल भेजा है। अर्नब गोस्वामी को पुलिस ने अलीबाग स्थित कोविड सेंटर में बनाई गई अस्थायी जेल में रखा था जहां अर्नब गोस्वामी धड़ल्ले से मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे।

Update:2020-11-08 16:05 IST
सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कहा कि उच्च न्यायालय, निचली अदालतों को राज्य द्वारा आपराधिक कानून का दुरुपयोग करने के खिलाफ जागरुक रहना चाहिए।

मुंबई: इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां के खुदकुशी मामले में जेल भेजे गए अर्नब गोस्वामी जेल के अंदर से मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे। जेल सुरक्षा में लापरवाही का खुलासा होने पर रायगढ़ पुलिस ने उनहें तलोबा जेल भेज दिया है।

ये भी पढ़ें:अयोध्या में इस बार मनेगी वर्चुअल दीपावली, दीपोत्सव, जल्द वेबसाइट होगी लॉन्च….

अर्नब गोस्वामी धड़ल्ले से मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे

रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी और दो अन्य लोगों को अन्वय नाइक सुसाइड केस में पुलिस ने पकड़कर जेल भेजा है। अर्नब गोस्वामी को पुलिस ने अलीबाग स्थित कोविड सेंटर में बनाई गई अस्थायी जेल में रखा था जहां अर्नब गोस्वामी धड़ल्ले से मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे। न्यायिक हिरासत में होने की वजह से उन्हें जेल में सामान्य कैदियों की तरह ही व्यवहार करना था लेकिन वह मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए खुद को वीआईपी समझ रहे थे।

arnab goswami (Photo by social media)

यह जानकारी मिलने पर रायगढ़ पुलिस ने उनकी जेल बदलने का फैसला किया है। रविवार की सुबह उन्हें रायगढ़ की स्थायी जेल तलोबा में शिफ्ट कराया गया है। अर्नब गोस्वामी ने इससे पहले अपने वकील के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई है और कहा है कि उन्हें राजनीतिक कारणों से जेल में डाला गया है। उन्हें अब सुप्रीम कोर्ट से ही इंसाफ मिलने की उम्मीद है।

ये भी पढ़ें:शैतान बने कंप्यूटर बाबा: ताबड़तोड़ कार्रवाई से हालत खराब, कांग्रेस ने कही ये बात

जमानत पर फैसला भी अधर में

अर्नब गोस्वामी की ओर से बांबे हाईकोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की गई है। याचिका पर शनिवार को दूसरे दिन भी सुनवाई हुई। अर्नब की ओर से अदालत को बताया गया है कि अलीबाग जेल में पुलिस उनके साथ दुर्व्यवहार कर रही है। उन्हें मारा-पीटा गया है। जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद अदालत ने अपना आदेश सुरक्षित कर लिया है और कहा कि व्यापक विचार-विमर्श के बाद ही फैसला सुनाया जाएगा। अदालत के आदेश से अर्नब गोस्वामी को 18 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।

रिपोर्ट- अखिलेश तिवारी

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News