नई दिल्ली: उपराज्यपाल के सरकारी आवास पर 9 दिन के धरना प्रदर्शन से बीमार पड़े दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल गुरूवार को इलाज के लिए बेंगलूरू रवाना हो गए।
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दिल्ली छोड़ने से पहले आज सीएम ने कई अहम बैठकें की हालांकि चर्चा थी कि खराब सेहत की वजह से सभी सरकारी बैठकें रद्द कर दी गई है। सीएम ने आज सुबह 10 बजे दिल्ली जल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने दिल्ली में हो रही पानी समस्या, उस पर कार्रवाई और उसके समाधान पर रिपोर्ट मांगी। दिल्ली जलबोर्ड खुद अरविंद केजरीवाल के पास है।
सतेंद्र जैन और बाकि अधिकारियों के साथ की बैठक
इसके बाद 10.30 बजे बिजली विभाग के मंत्री सतेंद्र जैन और इसके अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में भी सीएम ने दिल्ली के हर इलाके में बिजली समस्या, कार्रवाई और उपाय पर हर दिन की रिपोर्ट मांगी है और बिजली विभाग को निर्देश दिये हैं कि मिलने वाली सब्सिडी जल्द से जल्द किरायेदारों के लिए भी लागू की जाए। इसके बाद सुबह 11 बजे अपनी कैबिनेट के साथ बैठक की। धरने के बाद अपनी कैबिनेट के साथ ये सीएम की पहली बैठक थी।
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अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल के आधिकारिक आवास राजनिवास में नौ दिनों से जारी अपना धरना मंगलवार को वापस लिया था। वो आईएएस अधिकारियों की हड़ताल को खत्म करने की मांग को लेकर धरना दे रहे थे। केजरीवाल मधुमेह से पीड़ित हैं और धरने के दौरान उनका शुगर स्तर बढ़ गया था।
आप सूत्रों के अनुसार , केजरीवाल 10 दिनों के लिए बेंगलुरू स्थित प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र जाएंगे। इससे पहले भी वो प्राकृतिक चिकित्सा के लिए बेंगलुरू जाते रहे हैं। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि उनका दौरा पहले से तय था।