Delhi: अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को लिखा खत, रेल यात्रा में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली सुविधा बहाल करने की मांग
Delhi: उन्होंने रेलवे के इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि बुजुर्गों के आर्शीवाद के बगैर देश तरक्की नहीं कर सकता है।
Delhi: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपने कट्टर सियासी प्रतिद्वंदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर खत लिखा है। इस खत में उन्होंने रेल सेवा के दौरान बुजुर्ग यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं को फिर से बहाल करने की मांग की है। उन्होंने रेलवे के इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि बुजुर्गों के आर्शीवाद के बगैर देश तरक्की नहीं कर सकता है।
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दिल्ली सीएम ने इस खत को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी ट्वीट किया है। उन्होंने खत को ट्वीट करते हुए लिखा है, रेल में बुजुर्गों को मिलने वाली रियायत को कृपया बंद ना कीजिए। इस रियायत से करोड़ों बुजुर्गों को फ़ायदा हो रहा है।
रेल में बुजुर्गों को मिलने वाली रियायत को कृपया बंद ना कीजिए। इस रियायत से करोड़ों बुजुर्गों को फ़ायदा हो रहा है। pic.twitter.com/fRktcHVXVd
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 3, 2023Also Read
अरविंद केजरीवाल ने खत में लिखा, देश के बुजुर्गों को पिछले कई सालों से रेल यात्रा में 50 फीसदी की छूट मिल रही थी। इसका लाभ देश के करोड़ों बुजुर्ग को मिल रहा था। आपकी सरकार ने इस छूट को खत्म कर दिया है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने लोकसभा में सरकार के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले दिनों सरकार ने सदन में बताया था कि रेल यात्रा में बुजुर्गों को दी जाने वाली छूट बंद करने से सालाना 1600 करोड़ रूपये की बचत हो रही है।
मुफ्त में बुजुर्गों को यात्रा
दिल्ली सीएम ने अपने खत में पीएम से अपील करते हुए कहा कि इसे फिर से बहाल करें। केजरीवाल ने अपने दिल्ली मॉडल का जिक्र करते हुए कहा कि हम मुफ्त में बुजुर्गों को यात्रा कराते हैं। 1600 करोड़ की बचत के लिए बुजुर्गों की छूट खत्म करना गलत बात है। दिल्ली सरकार बजट में से 50 करोड़ रूपये खर्च करके बुजुर्गों को तीर्थयात्रा करवाती है। जिससे सरकार को कई नुकसान नहीं होता है। उन्होंने केंद्र पर तंज कसते हुए कहा कि बात पैसे की नहीं बल्कि नीयत की है।
बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान रेलवे ने तीन श्रेणियों को छोड़कर सभी के किराए में छूट बंद कर दी थी, इनमें सीनियर सिटिजंस भी शामिल हैं। रेलवे की खराब माली हालत को इस फैसले के पीछे वजह बताया गया। कोरोना से पहले 60 साल या उससे अधिक के उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा में 50 फीसदी तक की छूट मिलती थी। सीनियर सिटिजंस और कई पार्टियां महामारी के बाद कई मौकों पर वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली इस सुविधा को फिर से बहाल करने की मांग करते रहे हैं।