Ram Mandir Row:‘जल्दी ही राम भक्त बन जाएंगे ओवैसी’, AIMIM चीफ के बाबरी मस्जिद वाले बयान पर वीएचपी का पलटवार
Ram Mandir Row: राम मंदिर का शुरू से पुरजोर विरोध कर एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने एकबार फिर अपना रूख दोहराते हुए कहा कि विवादित जगह पर रात के अंधेरे में मूर्तियां रखी गई थीं, वहां मस्जिद थीं, है और आगे भी रहेगी।
Ram Mandir Row: अयोध्या में नवनिर्मित भव्य मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को महज अब एक दिन शेष रह गए हैं। पूरा देश इन दिनों रामभक्ति में डूबा हुआ है। इस बीच इस पर जमकर सियासत भी हो रही है। कई विपक्षी दलों ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह का न्योता महज इसलिए ठुकरा दिया क्योंकि वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी और संघ के बड़े नेताओं की मौजूदगी रहेगी।
राम मंदिर का शुरू से पुरजोर विरोध कर एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने एकबार फिर अपना रूख दोहराते हुए कहा कि विवादित जगह पर रात के अंधेरे में मूर्तियां रखी गई थीं, वहां मस्जिद थीं, है और आगे भी रहेगी। उनके इस बयान पर अब विश्व हिंदू परिषद ने पलटवार किया है। वीएचपी ने कहा कि ओवैसी भी जल्द ही राम भक्त बन जाएंगे और राम नाम का पाठ करेंगे।
क्या था ओवैसी का पूरा बयान ?
दरअसल, शनिवार को कर्नाटक के कलबुर्गी में मीडिया से बातचीत करते हुए हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुसलमानों ने 500 साल साल बाबरी मस्जिद में नमाज पढ़ी। जब कांग्रेस के जीबी पंत यूपी के सीएम थे, तब मस्जिद के अंदर मूर्तियां रखी गईं। वहां के तत्कालीन कलेक्टर केके नायर ने मस्जिद बंद कराकर पूजा शुरू करा दी। नायर साहब 1950 के दशक में जनसंघ के पहले सांसद बने।
1986 में मुसलमानों को बताए बगैर ताला खोले गए और बूटा सिंह ने शिलान्यास कर दिया। 6 दिसंबर 1992 को बीजेपी और संघ परिवार ने सुप्रीम कोर्ट से वादा करने के बावजूद बाबरी मस्जिद को तोड़ दिया। आगे उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद जब बना था, तब राम मंदिर का अस्तित्व नहीं था। महात्मा गांधी ने भी कभी इस बारे में कोई जिक्र नहीं किया।
वीएचपी ने किया पलटवार
ओवैसी के इस बयान पर वीएचपी ने पलटवार किया है। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने एआईएमआईएम चीफ पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछले 500 सालों में क्या आपका कोई भी पूर्वज अयोध्या आया है। ओवैसी ब्रिटेन से वकालत की पढ़ाई करके आए हैं। उन्होंने मस्जिद को बचाने के लिए अदालत का रूख क्यों नहीं किया। वह सिर्फ अपनी राजनीति कर रहे हैं। इस मुस्लिम पार्टी को समझऩा चाहिए कि जल्द ही वे राम भक्त बन जाएंगे और राम नाम का जाप करेंगे।
बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को हो रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर राजनीति गरम है। कांग्रेस द्वारा न्योता ठुकराने के बाद बीजेपी उस पर हमलावर है। वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हर मंगलवार को सरकारी स्कूलों में सुंदरकांड करा रहे हैं।