दिल्ली के जमात में आए 10 लोगों की कोरोना से मौत, क्वारंटीन में 1200, मचा हड़कंप

दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तबलीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए 10 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो गई है। इनमें से सबसे ज्यादा मौतें तेलंगाना में हुई हैं

Update: 2020-03-31 02:35 GMT

नई दिल्ली: दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तबलीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए 10 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो गई है। इनमें से सबसे ज्यादा मौतें तेलंगाना में हुई हैं, जबकि तमिलनाडु, कर्नाटक और जम्मू कश्मीर से भी एक-एक व्यक्ति की मौत की सूचना है इनमें एक अन्य व्यक्ति विदेशी भी शामिल है। इस तबलीगी जमात में शामिल होकर अपने-अपने घर लौटे लोगों में सबसे पहले तेलंगाना से 6 लोगों की मौत की खबर सामने थी इसके बाद से सरकार में हड़कंप मचा हुआ है।

तेलंगाना सरकार ने कोरोना वायरस के कारण हुई नई मौतों का खुलासा किया है। तेलंगाना सरकार ने कोरोना वायरस के कारण हुई 6 मौतों की जानकारी दी है। तेलंगाना सरकार ने सोमवार रात को कहा कि दिल्ली के निजामुद्दीन में जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए 6 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार ने बताया कि सभी 6 लोगों की मौत कोरोना वायरस की वजह से हुई है। सभी 6 मृतक इसी महीने दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए कार्यक्रम में गए थे।

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सरकार ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से इन 6 मौतों में से 2 की मौत गांधी अस्पताल में हुई। इसके अलावा बाकि लोगों में अपोलो अस्पताल में एक, ग्लोबल अस्पताल में एक, निजामाबाद में एक और गडवाल जिले में एक की मौत हुई है।

अब संबंधित जिलों के कलेक्टरों के नेतृत्व में विशेष टीमों ने ऐसे संदिग्धों की पहचान की है, जिनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की संभावना है और उन्हें अस्पतालों में ले जाया जा रहा है। साथ ही अस्पतालों में उनका टेस्ट भी किया जा रहा है। अभी तक तेलंगाना में 194 लोगों को क्वारनटीन किया गया, जबकि तमिलनाडु में 981 लोगों की पहचान कर ली गई और इनका टेस्ट किया जा रहा है।

तो वहीं अंडमान में कोरोना वायरस के 10 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। संक्रमित पाए गए लोगों में से 9 तबलीगी जमात के सेंटर (मरकज) से लौटे थे। बताया जा रहा है कि 10वीं संक्रमित महिला है, जो इनमें से किसी एक मरीज की पत्नी है। ये सभी 9 लोग 24 मार्च को अलग-अलग फ्लाइट से अंडमान पहुंचे थे। पूछताछ में इन सबने पुलिस को बताया कि ये निजामुद्दीन स्थित मरकज आए थे।

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अब जो जानकारी सामने आ रही है वह और भी डराने वाली है। इस धार्मिक आयोजन में करीब 1900 से 2000 लोग शामिल हुए थे जिनमें देश के अलग-अलग हिस्सों के अलावा कई विदेशी नागरिक भी शामिल थे। एक विदेशी नागरिक की मौत के अलावा 19 अन्य विदेशी नागरिकों में भी इस जानलेवा वायरस की पुष्टि हुई है। देश की राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में मरकज तबलीगी जमात मुख्यालय में एक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

इस कार्यक्रम में शामिल 250 से अधिक लोगों में कोरोना के संक्रमण की आशंका से हड़कंप मचा हुआ है। कोरोना संक्रमित होने की संभावना के बाद यहां मौजूद 163 लोगों को दिल्ली के लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सरकार ने इस इलाके में रहने वाले लोगों को भी दिल्ली के अलग-अलग अस्पताल में जांच के लिए भर्ती कराया है। सोमवार को दिल्ली में सबसे ज्यादा करोना पॉजिटिवों के 25 मामले सामने आए, जिनमें से 19 का संबंध इसी कार्यक्रम से ही था।

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लोकनायक अस्पताल ने बताया है कि उनके यहां कोरोना संक्रमित 174 मरीज भर्ती हैं, जिसमें से 163 निजामुद्दीन इलाके से ही आए हैं। रविवार को 85 मरीज आए जबकि 34 को सोमवार को भर्ती कराया गया। मामला सामने आने के बाद दिल्ली सरकार ने मरकज के मौलाना के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को कहा है। इन पर आरोप है कि देश में लॉकडाउन होने के बाद भी उन्होंने इतना बड़ा धार्मिक आयोजन कराया है। साथ ही इसके लिए उन्होंने इसके लिए कोई अनुमति भी नहीं ली थी।

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तेलंगाना सरकार ने प्रदेश के उन लोगों को सावधान किया है, जो दिल्ली में आयोजित हुए इस मरकज कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इन लोगों को तुरंत इसकी जानकारी सरकार के अधिकारियों को देने को कहा है। राज्य सरकार इन सभी लोगों का टेस्ट और इलाज मुफ्त में कराएगी। किसी को भी अगर इन लोगों की जानकारी है तो उसे सरकार और अधिकारियों को तुरंत इसकी सूचना देनी चाहिए।

मरकज की तरफ से मौलाना यूसुफ ने सफाई दी है कि लॉकडाउन लागू होने से पहले ही वहां पर देशी विदेशी गेस्ट ठहरे हुए थे। लिहाजा उन्होंने सरकार के आदेश का पालन किया कि जो जहां है वहीं ठहरे।

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