Atul Subhash Suicide Case: फाइनल टास्क बिफोर मुक्ति..., मौत को गले लगाने से पहले अतुल सुभाष को किये थे ये 32 काम

Atul Subhash Suicide Case: इंजीनियर अतुल सुभाष ने मौत से पहले 32 टास्क को तीन अलग-अलग हिस्सों में बांटा था। पहले हिस्से का नाम ’बिफोर लास्ट डे’ था।

Update:2024-12-17 12:29 IST

मौत को गले लगाने से पहले अतुल सुभाष को किये थे ये 32 काम (सोषल मीडिया)

Atul Subhash Suicide Case: बेंगलुरू में इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस में हर दिन नये खुलासे हो रहे हैं। आत्महत्या करने से पहले अतुल सुभाष ने एक वीडियो और सुसाइड लेटर जारी किया था। सुसाइड लेटर में अतुल ने अपनी मौत के लिए पत्नी निकिता सिंघानिया, उसके भाई और सास निशा सिंघानिया को वजह बताया था।

उन्होंने मौत से पहले यह भी कहा था कि वह बेवजह के पैसे देते और कोर्ट के चक्कर लगाते-लगाते थक चुका है। आत्महत्या जैसे खौफनाक कदम को उठाने से पहले अतुल ने अपने कमरे में एक पन्ने पर बड़े-बड़े अक्षरों में ‘जस्टिस इज ड्यू’ लिखा था। वहीं इस नोट के ठीक बगल में एक और पेज कमरे में चिपकाया गया था। जिस पर लिखा था ‘फाइनल टास्क बिफोर मुक्ति’। जिसमें अतुल सुभाष ने 32 कामों का जिक्र किया था। जिसे अतुल खुद को खत्म करने से पहले पूरा करने वाला था।

तीन अलग-अलग हिस्सों में बांटा था 32 टास्क

इंजीनियर अतुल सुभाष ने मौत से पहले 32 टास्क को तीन अलग-अलग हिस्सों में बांटा था। पहले हिस्से का नाम ’बिफोर लास्ट डे’ था। वहीं दूसरे हिस्से का नाम ’लास्ट डे’ और तीसरे और आखिरी हिस्से का नाम ’एग्जीक्यूट लास्ट मोमेंट’ यानी आखिरी पल वाले काम रखा गया था। फाइनल टास्क में अतुल सुभाष की जिंदगी के अंतिम दो दिनों के कामों की पूरी सूची थी। फाइनल टास्क के आगे अतुल सुभाष ने एक कालम बनाया था।

इनमें से आठ कामों के आगे अतुल ने टिक का निशान लगाया था और ‘डन’ लिखा था। टास्क के आखिरी हिस्से में 32वां काम नहाने का था। नहाने से पहले के टास्क यानि कि 31वें काम के अनुसार अतुल ने 108 बार भगवान शिव का जाप किया था। इसके बाद अतुल ने अपने कमरे के दरवाजे को बंद कर दिया और सभी खिड़कियों को खोल दिया। वहीं 33वें टास्क पर अतुल ने टिक नहीं लगाया था। क्योंकि वह फांसी लगाने का टास्क था।

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