नरेंद्र मोदी रामलला के दर्शन करने वाले पहले पीएम बने, ये पूर्व प्रधानमंत्री रह गये वंचित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर का भूमिपूजन करने के बाद मंदिर की आधारशिला रखी। सत्तर साल के इतिहास में नरेंद्र मोदी देश के पहले ऐसे पीएम हैं, जिन्होंने अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन किए हैं।

Update: 2020-08-05 14:38 GMT

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर का भूमिपूजन करने के बाद मंदिर की आधारशिला रखी। सत्तर साल के इतिहास में नरेंद्र मोदी देश के पहले ऐसे पीएम हैं, जिन्होंने अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन किए हैं।

इससे पहले के प्रधानमंत्री अयोध्या तो जाते थे, लेकिन इन सभी ने रामजन्मभूमि से दूरी बनाए रखी थी। इसकी एक वजह ये भी थी कि उस समय ये मामला अदालत में चल रहा था। आइए जानते हैं इन प्रधानमंत्रियों के बारे में।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंचकर प्रभु श्रीराम के दर्शन करने वाले देश के पहले पीएम बन गये हैं। बुधवार को नरेंद्र मोदी ने न केवल रामलला के दर्शन किये बल्कि राम मंदिर निर्माण की आधारशिला पर रखी।

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भारत की राजनीति के 70 साल के इतिहास में ऐसा पहले कभी भी देखने को नहीं मिला है। वैसे तो कई पीएम अयोध्या आए और गये लेकिन उन्होंने रामलला से हमेशा दूरी ही बनाये रखी।

इसके पीछे तमाम तरह की बातें भी कही गई थी। जिसमें से एक बात यह भी कही गई कि ये मामला तब अदालत में था इसलिए उन्होंने वहां जाना उचित नहीं समझा। तो आइये आज हम इन प्रधानमंत्रियों के बारे में बताते हैं।

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इंदिरा गांधी

इंदिरा गांधी ने 1966 में पहली बार अयोध्या का दौरा किया था। उस वक्त वह देश की प्रधानमंत्री थी और अयोध्या में नया घाट पर बने सरयू पुल का लोकार्पण करने के अयोध्या आई थीं। लोकार्पण करने के बाद वह बिना रामलला के दर्शन किये दिल्ली वापस लौट आईं थीं। फिर इंदिरा का दूसरी बार अयोध्या दौरा 1979 में हुआ था, उस वक्त उन्होंने हनुमानगढ़ी जाकर हनुमान जी की पूजा की थी।

1975 में इंदिरा तीसरी बार अयोध्या में आचार्य नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने के लिए पहुंची थीं। कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद वह फिर से दिल्ली वापस चली गई थी। लेकिन इनमें से एक बार भी ऐसा नहीं हुआ जब इंदिरा अयोध्या में जाकर रामलला के दर्शन की हो।

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राजीव गांधी

मां इंदिरा की तरह ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का कई बार अयोध्या जाना हुआ।प्रधानमंत्री रहते दो बार और पूर्व प्रधानमंत्री के रूप में एक बार उन्हें ये मौक़ा मिल पाया। 1984 में राजीव गांधी ने अयोध्या में चुनावी जनसभा को संबोधित किया था।

इसके बाद 1989 के लोकसभा चुनाव में राजीव गांधी ने अयोध्या से अपने चुनावी अभियान का आगाज किया था। 1986 में राजीव गांधी के पीएम रहते ही बाबरी मस्जिद के गेट का ताला खुला और 1989 में राम मंदिर का शिलान्यास किया गया।

1990 में सद्भावना यात्रा के दौरान अयोध्या आए, लेकिन रामलला का दर्शन-पूजन नहीं किया था। हालांकि साल 2016 में राहुल गांधी और 2019 प्रियंका वाड्रा ने यहां आने पर हनुमानगढ़ी जाकर बजरंगबली के आगे माथा अवश्य टेका था।

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अटल बिहारी वाजपेयी

अटल बिहारी वाजपेयी, इंदिरा और राजीव की तरह ही कई बार अयोध्या गये लेकिन रामलला के दर्शन नहीं कर पाए।

वर्ष 2003 में मंदिर आंदोलन के प्रमुख रहे रामचंद्रदास परमहंस के निधन पर वह अयोध्या गये थे। सरयू के तट पर उन्होंने परमहंस को श्रद्धांजलि देते हुए कहा था कि राममंदिर का सपना अवश्य साकार होगा।

2003 में वो अयोध्या से गोरखपुर और पूर्वांचल को जोड़ने के लिए सरयू पर बने रेलवे पुल और रेल लाइन का उद्घाटन कार्यक्रम में शरीक हुए थे। सरयू पर दूसरे पुल और स्वर्णिम चतुर्भुज योजना से अयोध्या को जोड़ने का काम भी उन्होंने ही किया।

2004 में उन्होंने फैजाबाद हवाई अड्डे पर बतौर प्रधानमंत्री एक बार चुनावी सभा को भी संबोधित किया। इन सभी दौरे के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी कभी भी रामलला के दर्शन नहीं कर पाए।

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