कौन है ये महिला, जिसके एक पोस्ट ने मचा दी खलबली, जानें आप भी?

Update: 2016-08-22 09:37 GMT

लखनऊ: कोई भी लोकतांत्रिक सरकार जनता की, जनता के द्वारा , जनता की चुनी गई सरकार होती है और विद्वानों ने कहा है कि जनता की एक आवाज नेताओं को जगाने के लिए काफी होती है। कुछ ऐसा ही इन दिनों देखने मिल रहा है। पुणे की रहने वाली एक महिला जो बैंक में काम करती है। उन्होंने सोशल साइट फेसबुक पर एक पोस्ट किया, जो 20 हजार से ज्यादा शेयर हो चुकी है। और इस पोस्ट मीडिया राजनीतिक जगत में भी हलचल मच गई है है कि आखिर कौन है स्वाति चितालकर

स्वाति पुणे में एक बैंक में काम करती है।उन्होंने 16 अगस्त की अपनी और अपने चार साल के बेटे की एक फोटो फेसबुक पर पोस्ट करते हुए जो लिखा, उसके बाद वो चर्चा में आ गईं। उन्होंने लिखा- ये जो बच्चा फर्श पर सोया है, फर्श पर ये मेरा दिल है। बेटे को तेज बुखार है और ये घर में किसी के साथ रुकने को तैयार नहीं था, इसलिए मैं ऑफिस ले आई। मैं छुट्टी नहीं ले सकती, क्योंकि एक जरुरी लोन पास करना है, लेकिन मैं अपने बेटे और काम दोनों को मैंनेज कर रही हूं। इस कवायद का मकसद उन नेताओं को संदेश देना भी है जो विधानसभा में सोते हैं।

बस क्या था इसके बाद फेसबुक पर स्वाति की पोस्ट वायरल हो गई। उनके पास मैसेजेज और फ्रेंड रिक्वेट की बाढ़ आ गई, जिसके बाद स्वाति ने एक और फोस्ट लिखी और उसमें हैरानी जताते हुए सवाल किया मैंने तो सिर्फ अपने मन की बात लिखी थी। अपने फेसबुक पर स्वाति ने लिखा कि मातृत्व महिलाओं को इतनी शक्ति देता है वो अपने बच्चे की परवरिश ठीक से कर सकें। इसके लिए किसी के प्रचार की जरूरत नहीं है।

उन्होंने लोगों को शुक्रिया कहते हुए आगे लिखा कि हमारी पोस्ट चुन कर सदनों में भेजे जाने वाले नेताओं के लिए एक आम आदमी का सीधा और सरल संदेश था। उन्होंने लोगों से गुजारिश भी कि इसे तोड़-मरोड़ कर गलत दिशा में न ले जाएं।

अब वर्किंग वुमेन के हालात में कुछ सुधार हुए है। इसलके तहत अब उन्हें 6 महीने की मैटर्निटी लीव मिलती है। इस योजना से शहरी और ग्रामीण क्षेत्र महिलाओं लाभ मिलता है। इस एवज में स्वाति ने मीडिया से बातचीत में महिलाओं के लिए बेहतर वर्किंग माहौल देने की वकालत की ।

Tags:    

Similar News