Bengal Violence News: फिर खूनी खेल से दहल उठा बंगाल, पंचायत चुनाव को लेकर हिंसा बेकाबू, कूचबिहार में टीएमसी के दो गुट भिड़े
Bengal Violence News: उत्तर बंगाल के कूचबिहार जिले में तो सत्तारूढ़ टीएमसी के दो गुट ही आपस में भिड़ गए। दोनों के बीच हिंसक झड़प में एक तृणमुल कार्यकर्ता की मौत हो गई है।
Bengal Violence News: राजनीतिक हिंसा के लिए कुख्यात पश्चिम बंगाल इन दिनों फिर से सुर्खियों में है। पंचायत चुनाव की बयार बहने के बाद राज्य में सियासी गुटों के बीच हिंसा चरम पर है। लगातार गोलीबारी और आगजनी की घटनाएं सामने आ रही हैं। उत्तर बंगाल के कूचबिहार जिले में तो सत्तारूढ़ टीएमसी के दो गुट ही आपस में भिड़ गए। दोनों के बीच हिंसक झड़प में एक तृणमुल कार्यकर्ता की मौत हो गई है।
पंचायत चुनाव को लेकर कूचबिहार में इस महीने ये दूसरी बड़ी घटना है। इससे पहले 10 जून को भी एक ऐसे ही हिंसक टकराव में टीएमसी के एक कार्यकर्ता को गोली लग गई थी। पंचायत चुनाव को लेकर नामांकन करने पहुंचे सत्तारूढ़ दल के दो गुटों के बीच संघर्ष हो गया। इस दौरान चली गोली लिपटन हक नामक कार्यकर्ता को जा लगी। गंभीर हालत होने के कारण उसे शीघ्र अस्पताल ले जाया गया।
इससे एक दिन पहले मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में एक कांग्रेस कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कार्यकर्ता का नाम फूलचांद शेख था और वह केरल में मजदूरी का काम करता था। वह 10 दिन पहले गांव आया था। गांव में अपने दोस्तों के साथ ताश खेलने के दौरान अज्ञात हमलावरों ने उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना को लेकर कांग्रेस ने ममता बनर्जी सरकार को आड़े हाथों लिया था।
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केंद्रीय मंत्री के काफिले पर हमला
इससे पहले 17 जून को कूचबिहार में केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रमाणिक के काफिले पर हमला हुआ था। प्रमाणिक साहेबगंज ब्लॉक विकास कार्यालय में मौजूद थे। वहां नामांकन पत्रों की जांच चल रही थी। तभी बीजेपी और टीएमसी के कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। इस दौरान केंद्रीय मंत्री गृह राज्य मंत्री और बीजेपी सुकुमार रॉय के काफिले पर हमला कर दिया गया। बीजेपी ने टीएमसी को हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया था। बता दें कि प्रमाणिक कूचबिहार से ही बीजेपी के सांसद हैं।
ममता बनर्जी आई थीं प्रचार करने
एक दिन पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी कूचबिहार चुनाव प्रचार के लिए आई थीं। उन्होंने मतदाताओं से टीएमसी प्रत्याशियों को जिताने की अपील की। इस दौरान ममता ने बीएसएफ के कुछ अधिकारियों पर सीमावर्ती इलाके में रह रहे लोगों को धमकाने का आरोप लगाया। बंगाल सीएम ने कहा कि वे लोगों से वोट नहीं करने को कह रहे हैं। ममता बनर्जी ने बंगाल में कांग्रेस को बीजेपी की दूसरी टीम बताया। उनका ये बयान ऐसे समय में आया है, जब महज कुछ दिन पहले 23 जून को पटना में हुई विपक्षी नेताओं की मीटिंग में वह कांग्रेस के साथ मंच साझा करके आई हैं।