आ रही बड़ी तबाही: पीएम ने बुलाई तत्काल बैठक, बनाएंगे प्लान
ओडिशा सरकार का कहना है कि गंजम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, कटक, खुर्दा और नयागढ़ के जिलाधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है। जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की तैयारी की गई है।
भयानक चक्रवाती तूफान अम्फान के विकराल रूप ले लेने की रिपोर्ट्स के बाद बंगाल और उड़ीसा के तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। मछुआरों को मछली पकड़ने के लिए गहरे समुद्र की ओर न जाने को कहा गया है। गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के साथ आज शाम 4:00 बजे उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। सूचनाओं के अनुसार लगभग 200 किलोमीटर की तूफानी हवाओं के साथ चक्रवात बुधवार को बंगाल की खाड़ी से टकरा सकता है। इसके साथ ही तटीय इलाकों में भारी बारिश होने की भी संभावना है।
मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक जीके दास के अनुसार अम्फान के ताकतवर तूफान के तौर पर 20 मई की दोपहर से शाम के बीच सागर द्वीप के पास टकराने की आशंका है। इसकी वजह से उत्तर और दक्षिण 24 परगना, कोलकाता, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर जैसे तटीय इलाकों में 19 से हल्की से भारी बारिश के आसार हैं।
इस रास्ते से गुजरेगा तूफान
मौसम विभाग के अनुसार प्रचंड तूफान बांग्लादेश में हटिया द्वीप और पश्चिम बंगाल के दीघा के बीच पश्चिम बंगाल एवं बांग्लादेश तट के बीच से गुजरेगा। इस तूफान के चलते उड़ीसा के भी प्रभावित होने के आसार हैं। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद तटवर्ती इलाकों के 11 लाख लोगों को वहां से निकालने की तैयारी शुरू कर दी गई है। मछुआरों से कहा गया है कि वे मछली पकड़ने के लिए गहरे समुद्र में न जाएं।
विभाग ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय के लिए चक्रवात के असर से 21 मई तक भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है।
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पश्चिम बंगाल सरकार के प्रवक्ता ने कहा है कि सरकारी तंत्र हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है। राहत और बचाव टीमों को संबंधित जिलों के लिए रवाना कर दिया गया है। तूफान की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही।
ओडिशा सरकार का कहना है कि गंजम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, कटक, खुर्दा और नयागढ़ के जिलाधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है। जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की तैयारी की गई है। तूफान से प्रभावित होने वाले दोनो राज्यों ओडिशा और पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की 17 टीमों को लगाया गया है। इसकी एक टीम में करीब 45 लोग होते हैं।