बड़े पैकेज का ऐलान: मोदी सरकार ने दी 15000 करोड़ की मजूंरी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को भारत कोविड-19 आपात प्रतिक्रिया और स्वास्थ्य प्रणाली के तैयारी पैकेज के लिए 15,000 करोड़ रुपये के निवेश को स्वीकृति दे दी है।

Update:2020-04-23 12:39 IST
अब उपजिलाधिकारी ने चिकित्सक को दी गाली और अंजाम भुगतने की धमकी 

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को भारत कोविड-19 आपात प्रतिक्रिया और स्वास्थ्य प्रणाली के तैयारी पैकेज के लिए 15,000 करोड़ रुपये के निवेश को स्वीकृति दे दी है। तैयारी पैकेज की इस धनराशि का 3 चरणों में उपयोग किया जाएगा। जिसमें से 7774 करोड़ रुपये का प्रावधान कोविड-19 इमरजेंसी रिस्पॉन्स के लिए किया गया है और बाकी बचे पैसें एक साल से चार साल के मीडियम टर्म उपायों पर खर्च होगा और ये कार्य मिशन मोड में पूरे किए जाएंगे। सरकार ने अपने निवेश का ये प्लान बनाया है।

ये भी पढ़ें... भारत के लॉकडाउन पर आई ये बड़ी बात, क्या 30 दिन और बढ़ेगा

स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूती देना

इस पैकेज के मुख्य उद्देश्यों में डायग्नोस्टिक्स और कोविड-19 समर्पित उपचार सुविधाओं का विकास, संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए जरूरी मेडिकल उपकरण और दवाओं की केंद्रीय खरीद, भविष्य में महामारियों से बचाव और तैयारियों में सहयोग के लिए राष्ट्रीय तथा राज्य स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूती देना। इसके साथ ही और तकनीकियों को विकसित करना, प्रयोगशालाओं की स्थापना, जैव सुरक्षा तैयारियां, महामारी अनुसंधान और समुदायों को सक्रिय रूप से जोड़ना तथा जोखिम संचार गतिविधियों के माध्यम से भारत में कोविड-19 के प्रसार को धीमा और सीमित करने के लिए आपात प्रतिक्रिया बढ़ाना शामिल है। इन उपायों और पहलूओं को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत ही लागू किया जाएगा।

पैकेज में पहले चरण में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय अन्य संबंधित मंत्रालयों के सहयोग से पहले ही कई कदम उठा चुका है।

ये भी पढ़ें... लॉकडाउन के बीच IGNOU में नए सत्र के लिए री- रजिस्ट्रेशन शुरू, अभी करें अप्लाई

3,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त फंड

वहीं स्वास्थ्य केंद्रों को कोविड-19 समर्पित अस्पतालों, समर्पित कोविड स्वास्थ्य केंद्र और समर्पित कोविड देखभाल केंद्रों के रूप में तैयार करने के लिए राज्य/संघ शासित क्षेत्रों के लिए 3,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त फंड जारी किया जा चुका है।

साथ ही क्वारंटाइन, आइसोलेशन, परीक्षण, उपचार, बीमारी की रोकथाम, कीटाणुशोधन, सामाजिक दूरी और निगरानी के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश, प्रोटोकॉल और परामर्श जारी किए जा चुके हैं। हॉटस्पॉट्स की पहचान की जा चुकी है और रोकथाम की योजनाओं को लागू किया जा रहा है।

ये भी पढ़ें... चीन की गंदी चाल, यूरोप से खारिज रैपिड टेस्ट किट्स को भेज दिया भारत

13 लाख डायग्नोस्टिक किट की खरीद का ऑर्डर

केंद्र सरकार का कहना है कि डायग्नोस्टिक्स प्रयोगशालाओं का विस्तार किया गया है और प्रतिदिन परीक्षण क्षमता बढ़ाई जा रही है। राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत मौजूदा बहु-बीमारी परीक्षण प्लेटफॉर्म किया जा रहा है। इस क्रम में कोविड 19 परीक्षण बढ़ाने के लिए 13 लाख डायग्नोस्टिक किट की खरीद का ऑर्डर जारी कर दिया गया है।

ध्यान देते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य स्वयंसेवक (आशा) सहित सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत कोविड 19 के मद्देनजर स्वास्थ्य कर्मचारियों को बीमा सुरक्षा दी गई है।

इनके लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई), एन95 मास्क और वेंटिलेटर, परीक्षण किट और उपचार में काम आने वाली दवाओं की केंद्रीय स्तर पर खरीद की जा रही है।

ये भी पढ़ें... पड़ोसी देश के लिए संकटमोचन बना भारत, मदद पर पीएम मोदी के लिए कही ये बात

Tags:    

Similar News