जानिए कौन है BJP प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा पर जूता फेकने वाला शक्ति भार्गव

भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के दिल्ली स्थित मुख्यालय में गुरुवार दोपहर एक शख्स ने पार्टी प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद जीवीएल नरसिम्हा पर जूता फेंक दिया। मिली जानकारी के मुताबिक यह शख्स उत्तर प्रदेश के कानपुर का रहने वाला है।

Update:2019-04-18 15:23 IST

कानपुर: भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के दिल्ली स्थित मुख्यालय में गुरुवार दोपहर एक शख्स ने पार्टी प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद जीवीएल नरसिम्हा पर जूता फेंक दिया। मिली जानकारी के मुताबिक यह शख्स उत्तर प्रदेश के कानपुर का रहने वाला है।

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बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव पर जूता फेंकने वाले डाॅ शक्ति भार्गव का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है। बीजेपी नेता पर जूता फेंक कर एक बार फिर से वो सुखियों में है। शक्ति भार्गव का फेस बुक अकाउंट देखने से साफ प्रतीत होता है कि वो बीजेपी और उनकी नीतियों से खासा नाराज हैं। शक्ति भार्गव ने कानपुर की लाल इमली समेत जितनी भी मिलें बंद हैं उसका जिम्मेदार भाजपा को मानते हैं।

डॉ शक्ति भार्गव ने फेसबुक में लाल इमली के मजदूरों के लिए एक अभियान छेड़ रखा था। लाल इमली कर्मचारियों की मौत की न्यूज पेपरों में प्रकाशित हुई खबरों की कटिंग को भी पोस्ट किया है।

दरअसल बीजेपी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कानपुर की लाल इमली को दोबारा शुरू करने का वादा किया था। सरकार की वादाखिलाफी से भी वो नाराज चल रहे थे स्थिति ये हुई कि लाल इमली मिल बंदी की कगार पर चली गई।

डॉ शक्ति भार्गव के पिता वेद प्रकाश भार्गव और उनकी मां दया भार्गव कानपुर शहर में प्रतिष्ठित नागरिकों में गिनती होती थी। सिविल लाइन्स में उनका हास्पिटल है। डॉ शक्ति भार्गव की भी गिनती बड़े डाक्टरों में होती थी। डॉ शक्ति भार्गव ने शिखा भार्गव से साल 1999 में शादी की थी। शादी के बाद से शक्ति भार्गव की माता से झगड़ा होने लगा।

शक्ति भार्गव की मां दया भार्गव ने बहु और बेटे पर प्रताड़ना का आरोप लगाया और केस दर्ज कराया था। डॉ शक्ति भार्गव बंगलों की खरीद फरोख्त और आयकर के छापो से भी परेशान चल रहे था। दरसल इस झगड़े की जड़ बीआईसी के बंगले हैं। ये तीनों बंगले डॉ. शक्‍ति की मां डॉ. दया भार्गव के नाम पर खरीदे गए थे। बाद में स्‍काई लाइन निर्माण प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक कंपनी बनाई गई और तीनों संपत्‍तियों को कंपनी के नाम ट्रांसफर करा लिया गया था।

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ट्रांसफर होने के बाद दया भार्गव व भाई संजीव भार्गव को कंपनी से बाहर का रास्‍ता दिखा दिया था। भाई संजीव व मां दया भार्गव की हिस्‍सेदारी खत्‍म कर दी गई व कंपनी में निदेशक पद से भी हटा दिया। भार्गव हॉस्‍पिटल की संपत्‍ति को गिरवी रख कर बैंक से लोन लिया पैसे से बीआईसी को भुगतान किया गया।

डॉ शक्ति भार्गव की मां दया भार्गव ने कहा कि वो मेरा बेटा नहीं है और नही मुझे उससे कोई मतलब नहीं है। मेरा उससे कोई रिश्ता नहीं है और मैं उसे पसंद नही करती हूं। उसकी आदतें हमारे परिवार से मेल नही खाती है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि उसने क्या किया और बीजेपी नेता पर जूता फेंका है।

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