नई दिल्ली: बीजेपी ने केरल में बढ़ रही राजनीतिक हिंसा के खिलाफ दिल्ली में सीपीएम मुख्यालय पर प्रदर्शन किया है। बीजेपी का आरोप है कि सीपीएम के कार्यकर्ता राज्य में राजनीतिक हिंसा में लिप्त हैं। चुनाव परिणामों के बाद केरल में निकाले गए विजय जुलूसों के दौरान सीपीएम और बीजेपी के एक-एक कार्यकर्ता की मौत हुई है।
प्रेसीडेंट से मिले नितिन गडकरी
-केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और जेपी नड्डा ने प्रेसीडेंट प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की।
-प्रेसीडेंट से केरल में बीजेपी और आरएसएस पर अत्याचार के मुद्दे पर बातचीत हुई है।
-राज्य के थ्रिसूर ज़िले में एक बीजेपी कार्यकर्ता वीआर प्रमोद की मौत हुई।
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-वहीं कण्णूर ज़िले में सीपीएम कार्यकर्ता के रवींद्रन की मौत हुई है।
-राज्य में कई जगहों पर सीपीएम और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें हुई हैं।
-वहां पर पुलिस भी कार्रवाई नहीं कर रही है।
-100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं के घर तबाह किए गए हैं।
-यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।
-बीजेपी इस तरह की गुंडागर्दी का विरोध करती है।
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क्या कहते हैं सीपीएम नेता सीताराम येचुरी?
-सीपीएम किसी भी तरह की हिंसा की निंदा करती है।
-यह सब बीजेपी ने शुरू किया है।
-वे जनता का फैसला स्वीकार नहीं कर रहे।
-जनता राजनीतिक हिंसा बर्दाश्त नहीं करेगी।
-लोगों ने बीजेपी को नकार दिया है।