Karnataka हार के साइड इफेक्ट ! BJP ने मांगा सांसदों का रिपोर्ट कार्ड...2024 चुनाव से पहले कसे जाएंगे पेंच
Mission 2024: BJP आगामी 30 मई से 30 जून 2023 के बीच एक महीने तक 'विशेष जनसंपर्क अभियान' चलाने जा रहा है। जिसके अंतर्गत देश के 396 लोकसभा क्षेत्रों में जनता से संवाद किया जाएगा। साथ ही, प्रदेश की टीमों के द्वारा सांसदों के क्षेत्रों में हुए कार्यों की जानकारी भी इकठ्ठा की जाएगी।
Mission 2024 BJP : कर्नाटक विधानसभा चुनाव में करारी हार से भारतीय जनता पार्टी (BJP) बौखलाई हुई है। हार के बाद बीजेपी अब एक्शन मोड में है। भाजपा ने अपने सभी सांसदों का रिपोर्ट कार्ड तलब किया है। सभी प्रदेश अध्यक्षों को महीने भर के अंदर सभी सांसदों के लोकसभा क्षेत्रों में हुए कार्यों की समीक्षा करने के बाद एक रिपोर्ट बीजेपी की केंद्रीय इकाई को देनी है। सांसदों का रिपोर्ट कार्ड उनके लोकसभा क्षेत्रों में केंद्र सरकार द्वारा किए गए कल्याणकारी कार्यों की स्थिति, सांसदों की जनता के बीच लोकप्रियता तथा क्षेत्र में बिताए समय के आधार पर बनेगा।
बीजेपी सांसदों का सोशल मीडिया पर उनकी सक्रियता को भी आधार बनाया जाएगा। माना जा रहा है कि, लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर टिकट बंटवारे के लिए ये बड़ा आधार बन सकता है। इससे पहले भी एक बार सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों से अपने-अपने क्षेत्रों में हुए कार्यों की जानकारी मांगी गई थी।
70 कमजोर लोकसभा क्षेत्रों पर नजर
बीजेपी काफी समय से 'मिशन 2024' पर काम कर रही है। इसी कड़ी में 30 मई से 30 जून के बीच एक महीने तक चलने वाले 'विशेष जनसंपर्क अभियान' (Vishesh Jansampark Abhiyan) के तहत देश के 396 लोकसभा क्षेत्रों में जनता से संवाद स्थापित किया जाएगा। इसी दौरान बीजेपी की प्रदेश इकाई सांसदों के क्षेत्रों में हुए कार्यों की जानकारी इकठ्ठा करेंगे। जिन लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी की स्थिति कमजोर है, वहां विशेष ध्यान दिया जाएगा। जनसंपर्क के जरिए लोगों से उनका फीडबैक लिया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी ने 70 ऐसे लोकसभा क्षेत्रों की पहचान भी कर ली है, जहां पार्टी ने कम अंतर से जीत हासिल की थी। ऐसे सभी क्षेत्रों में विशेष तौर पर कार्य किया जाएगा। साथ ही, जनता से संपर्क भी स्थापित किया जाएगा।
अगले चुनावों को लेकर बीजेपी की चिंता बढ़ी
दरअसल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम ने बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है। चूंकि, आने वाले समय में कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में कर्नाटक रिजल्ट ने बीजेपी की पेशानी पर बल ला दिया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, भाजपा इस बात का गहराई से आंकलन करने में जुटी है कि कर्नाटक में हुई हार का आगामी लोकसभा चुनाव पर क्या असर पड़ सकता है? गौरतलब है कि, इसी साल राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले बीजेपी अपनी तैयारियों का खाका खींचने में जुटी है।
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी में 'टेंशन'
इसी साल छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी चिंतित है। इसी तरह, मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) के लंबे समय से सत्ता में रहने के कारण 'एंटी इनकंबेंसी' फैक्टर का भी आकलन किया जा रहा है। राजस्थान में सत्ताधारी कांग्रेस में मचे घमासान के बीच बीजेपी आलाकमान को वसुंधरा राजे का रवैया परेशान कर रहा है। इसलिए बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव से ऐन पहले इन राज्यों में पार्टी के कमजोर प्रदर्शन को दुरुस्त करना चाहती है। ताकि, कार्यकर्ताओं के मनोबल पर नकारात्मक असर न पड़े।