नई दिल्ली: केंद्र सरकार के बजट में वित्त मंत्री ने ऐलान किया है कि छोटे, लघु और मध्यम उद्योगों यानि एमएसएमई को 'बिग पुश' दिया जा रहा है। इस सेक्टर के लिए सरकार ऑनलाइन लोन की सुविधा पर काम कर रही है। बता दें, कि इस क्षेत्र से देश में सबसे ज्यादा रोजगार पैदा होने की संभावना है।
केंद्र के मुद्रा योजना के तहत एमएसएमई को लोन की सुविधा दी जाएगी। इसके लिए केन्द्र सरकार ने 3,794 करोड़ रुपए का बजटीय अनुदान दिया है। इसे कैपिटल सपोर्ट और ब्याज सब्सिडी के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। जो लोग पहली बार नौकरी करेंगे, उनके लिए सरकार 12 फीसदी ईपीएफ देगी।
मैटरनिटी लीव से बढ़ी नौकरियां
वित्त मंत्री जेटली ने कहा, कि 'इस साल में 70 लाख नौकरियां पैदा हुई हैं। वहीं महिला कर्मचारियों के ईपीएफ में भागीदारी को घटाकर 8 प्रतिशत कर दिया गया है। वित्त मंत्री ने ये भी कहा कि महिलाओं की मैटरनिटी लीव को 13 से 26 हफ्ते करने की वजह से काफी नौकरियां पैदा हुई हैं।'
डिजिटल बोर्ड बनाया जाएगा
वित्त मंत्री ने कहा, कि 'नौकरी कर रहे सरकारी शिक्षकों के लिए इंटीग्रेटेड बीएड प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। इसके लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होगा। साथ ही डिजिटल बोर्ड बनाया जाएगा। सरकार हर जिले में स्किल सेंटर खोलने की योजना भी बनाई है। आईआईटी में पढ़ रहे छात्रों के लिए 'प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप' शुरू किया जाएगा।