Manipur हिंसा की जांच के लिए एक्शन में CBI, दर्ज किए 6 FIR अब तक 10 गिरफ्तार, दरिंदगी करने वालों पर प्रहार
Manipur violence: मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने वाले मामले को सीबीआई ने अभी औपचारिक तौर पर अपने हाथ में नहीं लिया है। जल्द ही CBI 7वीं FIR महिलाओं के साथ बर्बरता मामले में दर्ज होगी।
Manipur violence: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में भड़की जातीय हिंसा (Manipur Ethnic Violence) मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) एक्शन मोड में है। सीबीआई ने 6 एफआईआर दर्ज कर ली है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने अब तक मणिपुर हिंसा केस में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, CBI 7वीं FIR भी जल्द दर्ज करने की तैयारी में जुटी है।
आपको बता दें, ये एफआईआर मणिपुर को शर्मसार कर देने वाले उस वीडियो को लेकर होगी, जिसमें दो जनजातीय महिलाओं को मैतई समुदाय (Meitei community) की भीड़ ने निर्वस्त्र कर परेड कराई थी। ज्ञात हो कि, गुरुवार को ही सर्वोच्च न्यायालय में केंद्र सरकार ने हलफनामा दिया। जिसमें कहा कि, मणिपुर सरकार की मांग पर इस मामले को भी सीबीआई को सौंप दिया गया है।
निर्वस्त्र परेड कांड में अब तक 8 गिरफ्तार
यहां स्पष्ट कर दें कि, सीबीआई ने मणिपुर हिंसा में जिन 10 लोगों को गिरफ्तार किया है, ये उनसे अलग हैं, जिनकी गिरफ्तारी मणिपुर पुलिस (Manipur Police) ने गैंगरेप और वायरल वीडियो के संबंध में की थी। मणिपुर पुलिस ने निर्वस्त्र परेड कांड में अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने फिलहाल महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने मामले की जांच औपचारिक तौर पर अपने हाथ में नहीं ली है। मगर, जल्द ही इसकी भी औपचारिकता पूरी हो जाएगी। CBI ने जो 6 FIR दर्ज किए हैं, वो भी पिछले महीने की शुरुआत में ही दर्ज की गई थीं।
हिंसा सुलगे 86 दिन बीत गए
गौरतलब है कि मणिपुर हिंसा की शुरुआत के करीब 86 दिन हो चुके हैं। हाल ही में जब मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने वाला वीडियो सामने आया तो देश शर्मसार हो गया। हर राज्य से इसके खिलाफ आवाज़ बुलंद हुई। स्वयं प्रधानमंत्री ने भी भर्त्सना की। ये वीडियो सोशल मीडिया के जरिए वायरल हुआ था। जिसे लेकर देशभर में गुस्से का माहौल था। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले की गंभीरता को देखते हुए 20 जून को स्वतः संज्ञान लिया था।
विपक्षी दलों के नेता जाएंगे मणिपुर
विपक्षी दल मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री के बयान को लेकर संसद चलने नहीं दे रहे हैं। कांग्रेस सहित अन्य दलों ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है। लगातार सड़क से संसद तक इस मुद्दे को उठाया जा रहा है। संसद के मानसून सत्र में विपक्ष ये मांग करता रहा है कि पहले इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी सदन में बोलें। विपक्षी दलों ने अब फैसला लिया है कि वो कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मणिपुर भेजेगा, जो ताजा हालात का जायजा लेगा।