#Budget2017: मोदी सरकार ने खोला किसानों के लिए पिटारा, जानें क्या-क्या दी सौगातें
नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री ने संसद में आम बजट पेश करते हुए बताया कि मानसून की स्थिति बेहतर रहने से चालू वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान कृषि क्षेत्र में 4.1 प्रतिशत वृद्धि होने की उम्मीद है। बजट पेश करते हुए जेटली ने कहा, किसानों को समय पर पर्याप्त ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही 2017-18 में कृषि ऋण का लक्ष्य 10 लाख करोड़ रुपए के रिकॉर्ड स्तर पर निर्धारित किया गया है।
अरुण जेटली ने आगे कहा, पूर्वी राज्यों के अलावा जम्मू -कश्मीर के किसानों के लिए पर्याप्त ऋण की व्यवस्था सुनिश्चित करने के विशेष प्रयास किए जाएंगे।
फसल बीमा का लगातार होगा विस्तार
फसल बीमा योजना का विस्तार जो 2016-17 में फसल क्षेत्र का 30 प्रतिशत है। उसे 2017-18 में बढ़ाकर 40 प्रतिशत और 2018-19 में बढ़ाकर 50 प्रतिशत किया जाएगा। इसके लिए पिछले साल के 5,500 करोड़ से बढ़ाकर 13,240 करोड़ कर दिया गया है। वित्त मंत्री ने तीन वर्षों में 8,000 करोड़ रुपए की संचित निधि से नाबार्ड में एक दुग्ध प्रसंस्करण एवं संरचना निधि स्थापित करने की घोषणा की है।
सभी कृषि विज्ञान केंद्रों को मिलेगा कवरेज
सरकार ने देश के सभी 648 कृषि विज्ञान केंद्रों का 100 फीसदी कवरेज सुनिश्चित करने और कृषि विज्ञान केंद्रों में नई लघु प्रयोगशालाएं स्थापित करने का निर्णय लिया है। मिट्टी की जांच के लिए 100 मिनी लैब बनाई जाएंगी। साथ ही 5,000 करोड़ का सिंचाई फंड दिया जाएगा।
किसानों को मिलेगा फसल बीमा का फायदा
जानकार मानते हैं कि अरुण जेटली की ओर से की गई घोषणाओं से किसानों को फसल बीमा का फायदा मिलेगा। साथ ही मिट्टी जांच में भी आसानी होगी। किसानों को सहकारी ऋण ढांचे से लिए गए ऋण के संबंध में प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 60 दिनों के ब्याज के भुगतान से छूट का भी लाभ मिलेगा।