मोदी से नाता तोड़ते ही चन्द्राबाबू बोले- तीन तलाक का किया था विरोध
केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार से नाता तोडते ही तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष चन्द्रबाबू नायडु को मुसलमानों की याद आ गई और उन्होंने पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा को संबोधित करते हुए दावा किया कि वो देश के पहले व्यक्ति थे जिसने तीन तलाक बिल का विरोध किया था।
अमरावती: केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार से नाता तोडते ही तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष चन्द्रबाबू नायडु को मुसलमानों की याद आ गई और उन्होंने पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा को संबोधित करते हुए दावा किया कि वो देश के पहले व्यक्ति थे जिसने तीन तलाक बिल का विरोध किया था।
अमरावती में पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे को संबोधित करते हुए नायूड ने कहा, 'आप लोगों ने हमेशा टीडीपी का सहयोग किया है, लेकिन जब हमने बीजेपी के साथ गठबंधन किया तो आप खुश नहीं थे, लेकिन हम मुसलमानों के कल्याण के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
इतना ही नहीं तीन तलाक जैसे राष्ट्रव्यापी मुद्दे पर भी टीडीपी नेता ने अपने रुख की चर्चा की। उन्होंने कहा कि तीन तलाक बिल के खिलाफ वाईएसआर कांग्रेस ने नहीं, बल्कि टीडीपी ने आवाज उठाई है। नायडू ने कहा, 'मैंने बीजेपी नेतृत्व को कहा कि तीन तलाक का अपराधीकरण करना ठीक नहीं है। मैं पहला व्यक्ति था, जिसने तीन तलाक बिल का विरोध किया।
उन्होंने मोदी सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि बीजेपी ने राज्य के साथ न्याय नहीं किया है। हमने चार साल इंतजार किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। यहां तक कि पिछले बजट में भी आंध्र की अनदेखी की गई।
आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य देने की मांग पूरी न होने पर चंद्रबाबू नायडू ने मोदी कैबिनेट से अपने दोनों मंत्रियों का इस्तीफा करा दिया था। संसद में टीडीपी लगातार मोदी सरकार का विरोध कर रही है।