Chandrayaan-3: चांद के और करीब पहुंचा चंद्रयान 3, भेजी नजदीक की वीडियो
Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की पहली झलक की फोटो लेकर भेजी है। चंद्रयान 3 ने एक दिन पहले ही चंद्रमा की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश किया है।
Chandrayaan-3: भारत का चंद्रमा मिशन सफलता के और भी करीब पहुंच गया है। अब चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की पहली झलक की फोटो लेकर भेजी है। चंद्रयान 3 ने एक दिन पहले ही चंद्रमा की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश किया है। चंद्रयान-3 के चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने के एक दिन बाद इसरो ने चंद्रमा का 'चंद्रयान-3 द्वारा देखा गया' वीडियो जारी किया। वीडियो में चंद्रमा को नीले हरे रंग में कई गड्ढों के साथ दिखाया गया है।
देखें चंद्रयान-3 चंद्रमा के कितने करीब है
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बताया है कि चंद्रयान-3 ने पृथ्वी के कमण्ड व कंट्रोल सेंटर को संदेश भेज कर बताया है कि, "मैं चंद्र गुरुत्वाकर्षण महसूस कर रहा हूं।" इसरो ने कहा कि चंद्रयान 3 चन्द्रमा के निकटतम बिंदु 'पेरिल्यून' में चला गया है।
The Moon, as viewed by #Chandrayaan3 spacecraft during Lunar Orbit Insertion (LOI) on August 5, 2023.#ISRO pic.twitter.com/xQtVyLTu0c
— LVM3-M4/CHANDRAYAAN-3 MISSION (@chandrayaan_3) August 6, 2023
पेरिल्यून में रेट्रो-बर्निंग का आदेश मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स तथा इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क, बेंगलुरु से दिया गया था। इसरो ने एक ट्वीट में कहा कि अगला ऑपरेशन रविवार को रात 11 बजे किया जाएगा। इस ऑपरेशन के तहत चंद्रयान 3 चन्द्रमा की कक्षा में घूमने का क्रम घटाएगा और चंद्रमा के और करीब पहुंचेगा।
चंद्रमा की कक्षा में पहुंचा अपना चंद्रयान-3#chandryaan3 #Moon #ISRO #Science #Tech #Space pic.twitter.com/nnVgPgqR8P
— Indiatimes Hindi (@IndiatimesHindi) August 6, 2023
- इसरो ने घोषणा की है कि वह चंद्रयान-3 की कक्षा को और कम करने के लिए अगला ऑपरेशन 9 अगस्त को दोपहर 1 से 2 बजे के बीच करेगा।
- बाद में रात में युद्धाभ्यास के बाद, 17 अगस्त तक तीन अतिरिक्त ऑपरेशन निर्धारित हैं।
- इसके बाद, रोवर को अंदर ले जाने वाला लैंडिंग मॉड्यूल 'विक्रम', प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग हो जाएगा। इसके बाद, लैंडर पर डी-ऑर्बिटिंग युद्धाभ्यास आयोजित किया जाएगा, जिससे चंद्रमा पर अंतिम रूप से संचालित लैंडिंग होगी।
- इसरो ने कहा है कि वह 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करेगा।
Hello! This is #Chandrayaan3 with a special update. I want to let everyone know that it has been an amazing journey for me so far and now I am going to enter the Lunar Orbit today (August 5, 2023) at around 19:00 hrs IST. To know where I am and what I'm doing, stay tuned!#ISRO… pic.twitter.com/3AJ8xq1xFF
— LVM3-M4/CHANDRAYAAN-3 MISSION (@chandrayaan_3) August 5, 2023
- लैंडिंग सफल रहने पर रोवर 'विक्रम' से उतरेगा और पास के चंद्र क्षेत्र की खोजबीन करेगा, इमेज व वीडियो को इकट्ठा करके विश्लेषण के लिए पृथ्वी पर वापस भेजेगा।
- रोवर का मिशन जीवन एक चंद्र दिवस या 14 पृथ्वी दिवस का है।
- इसरो प्रमुख एस.सोमनाथ ने कहा है कि उनके इंजीनियरों ने पिछले असफल मिशन के डेटा का सावधानीपूर्वक अध्ययन किया है और गड़बड़ियों को ठीक करने की पूरी कोशिश की है।
चंद्रयान 3 का महत्व
चंद्रयान-3 का रोबोटिक चंद्र रोवर अगर सफलतापूर्वक चंद्रमा पर उतरता है, तो भारत अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ के बाद चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट-लैंडिंग की तकनीक में महारत हासिल करने वाला चौथा देश बनने का गौरव हासिल कर लेगा।
चंद्रयान-3 भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन का चार साल की अवधि में दूसरा प्रयास है, जिसका प्रारंभिक चंद्र मिशन, चंद्रयान-1, 2008 में हुआ था। दुर्भाग्य से इसके बाद के चंद्रयान मिशन, चंद्रयान-2 को इस दौरान विफलता का सामना करना पड़ा। 7 सितंबर, 2019 को चन्द्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करते समय ब्रेकिंग सिस्टम में विसंगतियों के कारण चंद्रयान 2 का लैंडर 'विक्रम' दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।