छठ महापर्व संपन्न: व्रतियों ने उदीयमान सूर्य को दिया अर्घ्य, ड्रोन से हुई निगरानी

छठ महापर्व के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन प्रकृति की गोद में बसे नेतरहाट के प्रवास में है। झारखंड के लातेहार ज़िला में पड़ने वाला नेतरहाट अपनी दिलकश आबो-हवा के लिए जाना जाता है। यहां से उगते सूर्य को देखना बेहद मनमोहक होता है।

Update: 2020-11-21 06:39 GMT
छठ महापर्व संपन्न: व्रतियों ने उदीयमान सूर्य को दिया अर्घ्य, ड्रोन से हुई निगरानी

झारखंड: अस्ताचलगामी और फिर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ महापर्व संपन्न हो गया है। छठ गाइडलाइन में हो रही राजनीति के बीच व्रतियों ने भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया और परिवार एवं देश की समृद्धि की प्रार्थना की। कोरोना वायरस के संक्रमण और झारखंड सरकार के आग्रह को मानते हुए बहुत सारे लोगों ने घर पर ही अर्घ्य दिया। छठ घाटों को व्यवस्थित करने में नगर निकायों ने समन्वय बनाकर काम किया।

ड्रोन से घाटों की निगरीन

रांची ज़िला प्रशासन की ओर से ड्रोन से छठ घाटों की निगरानी की गई। बड़ा तालाब, धुर्मा डैम, कांके डैम, चडरी तालाब और बटन तालाब में ज़िला प्रशासन के लोग ड्रेन कैमरे से लैस नज़र आए। सिविल डिफेंस के लोगों ने श्रद्धालुओं के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराया। एनसीसी कैडेट्स ने भी छठ घाटों में पहुंचने वाले लोगों को कोविड 19 के नियमों का पालन कराया। रांची के अलावा अन्य ज़िलों में भी सिविल डिफेंस के लोगों की मौजूदगी ने छठ घाटों की व्यवस्था को संभाला।

छठ महापर्व और सीएम का नेतरहाट दौरा

छठ महापर्व के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन प्रकृति की गोद में बसे नेतरहाट के प्रवास में है। झारखंड के लातेहार ज़िला में पड़ने वाला नेतरहाट अपनी दिलकश आबो-हवा के लिए जाना जाता है। यहां से उगते सूर्य को देखना बेहद मनमोहक होता है। हालांकि, बुनियादी सुविधाओं का अभाव होने के कारण बड़ी संख्या में पर्यटक नहीं पहुंच पाते हैं।

डाक बंगला में जनता दरबार लगाते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि, नेतरहाट को वर्ल्ड क्लास बनाया जाएगा। सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जाएगा। उन्होने कहा कि, झारखंड से बड़ी संख्या में लोग दूसरे राज्यों में छुट्टियां मनाने जाते हैं। लिहाजा, सरकार राज्य के अंदर ही सुविधाओं का विकास करेगी।

छठ को लेकर हुई राजनीति

झारखंड में छठ महापर्व को लेकर खूब राजनीति हुई। सरकारी गाइडलाइन को हिंदू विरोधी बताते हुए भाजपा ने मोर्चा खोल दिया। सत्ताधारी पार्टियां कांग्रेस और राजद ने भी व्रतियों को छठ घाटों तक जाने की इजाज़त देने की मांग की है। जनभावना के आगे सरकार को झुकना पड़ा और गाइडलाइन में संशोशधन किया गया। नई गाइडलाइन में छठ घाटों तक जाने की अनुमित दी गई और उसी अनुरूप छठ महापर्व किया गया।

साज़िशन हत्या का मामला होगा दर्ज

सत्ताधारी झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रीयो भट्टाचार्य ने कहा है कि, अगर छठ महापर्व के बाद कोरोना संक्रमण फैलता है तो मुक़दमा दर्ज कराया जाएगा। उन्होने रांची से भाजपा विधायक सीपी सिंह का नाम लेकर कहा कि, अभी राज्य में कोविड 19 के मामले नियंत्रित हैं। अगर ये बेकाबू होता है तो सीपी सिंह पर साज़िशन हत्या का मामला दर्ज कराया जाएगा।

दरअसल, छठ गाइडलाइन में संशोधन की मांग को लेकर सीपी सिंह समेत अन्य भाजपा नेताओं ने जमकर विरोध किया था। इसे लेकर बीजेपी ने झामुमो पर हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया था। ज़ुबानी जंग में झामुमो भी पीछे नहीं रहा और उसने बीजेपी पर आस्था के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया।

रांची से शाहनवाज़ की रिपोर्ट।

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