छत्तीसगढ़: इस नर्सिंग इंस्टीट्यूट में छत्तीसगढ़ी बोलने पर मिलती है ये बड़ी सजा

आदेश्वर नर्सिंग इंस्टीट्यूट में नर्सिंग के छात्र-छात्राओं ने छत्तीसगढ़ी बोली, तो उन पर 6 महीने का बैन लगा दिया जाता है। संस्थान के नर्सिंग के छात्र-छात्राओं ने कॉलेज प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

Update:2021-01-31 01:18 IST
छत्तीसगढ़ से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। प्रदेश के कांकेर में एक निजी आदेश्वर नर्सिंग इंस्टीट्यूट में छत्तीसगढ़ी भाषा बोलने पर सजा दी जाती है।

रायपुर: छत्तीसगढ़ से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। प्रदेश के कांकेर में एक निजी आदेश्वर नर्सिंग इंस्टीट्यूट में छत्तीसगढ़ी भाषा बोलने पर सजा दी जाती है। यह छत्तीसगढ़िया पहचान प्रहार करने जैसा है। छत्तीसगढ़ी भाषा बोलने पर दी जाने वाली सजा के बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे।

आदेश्वर नर्सिंग इंस्टीट्यूट में नर्सिंग के छात्र-छात्राओं ने छत्तीसगढ़ी बोली, तो उन पर 6 महीने का बैन लगा दिया जाता है। संस्थान के नर्सिंग के छात्र-छात्राओं ने कॉलेज प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि राज्य की मूल भाषा छत्तीसगढ़ी बोलने पर प्रिंसिपल धमकी देते हैं कि परीक्षा में फेल कर दिया जाएगा।

संस्थान के इस व्यवहार के खिलाफ नर्सिंग की छात्र छात्राएं जिला मुख्यालय से 8 किमी दूर स्थित कलेक्टर बंगला पैदल चलकर पहुंच गए। छात्र-छात्राओं ने मांग की इंस्टीट्यूट के प्रिंसपल को तुरंत हटाया जाए। छात्र-छात्राओं का आरोप है कि प्रिसिंपल पर मानसिक तौर पर प्रताड़ित करते हैं।

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एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि छात्राओं ने बताया कि जब वह अपने पालकों से प्रताड़ना की शिकायत करती हैं, तो इंस्टीट्यूट ुनसे पूरा कंपाउंड साफ कराता है। गिट्टी और पत्थर तक उठवाए जाते हैं। प्रिंसपल हर बात में बैक लगाने की धमकी देते हैं। छात्राओं का कहना है कि हमारे कालेज में अधिकतर छात्र छत्तीसगढ़ से हैं। हम सब अलग-अलग गांवों से यहां पढ़ने आए हैं।

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छात्र और छात्राओं का कहना है हम अपनी बोली-भाषा बोलते हैं, लेकिन प्रिंसपल ने अपनी भाषा बोलने तक पर रोक लगा दी है। प्रिंसिपल का कहना है कि अपनी बोली-भाषा बोलते दिखाई दिए तो कॉलेज से बाहर कर दिया जाएगा। अपनी भाषा में घर वालों से भी बात करने से मना किया जाता है।

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