Maratha Reservation: 'मराठाओं के आरक्षण के लिए सब करेंगे', जालना में तनावपूर्ण हालात पर बोले CM एकनाथ शिंदे
Maratha Reservation: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, मुख्यमंत्री शिंदे ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। यह भी दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस घटना का राजनीतिकरण किया गया।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर 'मराठा आरक्षण' (Maratha Reservation) के इर्द-गिर्द घूमने लगी है। इसी मुद्दे पर सोमवार (04 सितंबर) को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis PC) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
फडणवीस ने कहा, 'हमने जालना में अनशन (Jalna News) कर रहे मराठा आरक्षण प्रदर्शनकारियों की मांगों पर आपस में चर्चा की। जालना में जो भी घटना हुई, वो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण थी। कोई भी इस तरह की हिंसात्मक कार्रवाई का समर्थन नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, हमने पहले कभी बल प्रयोग नहीं किया। ना ही अब करने का इरादा रखते हैं।'
CM शिंदे- जालना की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से आहत
वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा, 'मैंने प्रदर्शनकारी मनोज जारांगे पाटिल (Manoj Jarange Patil) से बात की। हमारे प्रतिनिधियों ने उनसे मुलाकात भी की। हमारे मराठा प्रदर्शनकारियों को इससे सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि, इस संवेदनशील मुद्दे का राजनीतिकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा, हम उनके (मनोज जारांगे) स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। क्योंकि, वो लंबे समय से उपवास पर हैं। हम इस बात से आहत हैं कि जालना में ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी।'
'मैं मराठा समुदाय से धैर्य की अपील करता हूं'
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, 'जो लोग आज विपक्ष में हैं वो अब बयान दे रहे हैं। मेरा सवाल उन्हीं से है कि, जब वे सत्ता में थे तो उन्हें फैसले लेने से किसने रोका था? हम मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) और कोर्ट को समझाने के लिए आवश्यक अंतर्दृष्टि तथा दस्तावेजीकरण (Documentation) प्रदान करने की दिशा में काम कर रहे हैं। हमारी सरकार आश्वासन देती है कि, मराठा रिजर्वेशन देने के लिए जो भी करना होगा हम करेंगे। मैं मराठा समुदाय से धैर्य रखने की अपील करता हूं।'
मुख्यमंत्री ने किया कुनबी वर्ग का जिक्र
सीएम शिंदे ने कहा, 'हमने डिप्टी एसपी को जिले से बाहर भेज दिया है। डिप्टी कलेक्टर को सस्पेंडर कर दिया है। साथ ही, हमने DGP स्तर से जांच भी बैठा दी है। जांच रिपोर्ट हमें सौंपी जाएगी, जिस पर कार्रवाई करेंगे। अतिरिक्त राजस्व अधिकारी मराठवाड़ा (Marathwada) में मराठों के लिए आरक्षण के लिए कुनबी प्रमाण पत्र (kunbi certificate) पर काम कर रहे हैं। जल्द ही इस मांग पर भी रिपोर्ट सौंपी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा, हम मराठा समुदाय (Maratha Community) के कुनबी वर्ग के आधार पर आरक्षण प्रदान करने की उनकी मांग पर विचार करेंगे। मुझे उम्मीद है कि जिन लोगों ने पथराव किया और कानून- व्यवस्था बिगाड़ी, वो प्रदर्शनकारी तो नहीं थे।'
CM शिंदे ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश
देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया को संबोधित करते हुए आगे कहा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटना की उच्चस्तरीय जांच (High level inquiry) के आदेश दिए हैं। ये भी दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस घटना का राजनीतिकरण किया गया। बोले, एक नैरेटिव सेट किया गया कि लाठीचार्ज का आदेश गृह मंत्री विभाग और मंत्रालय की ओर से दिया गया था। जबकि, विरोधियों को भी पता है कि ऐसे आदेश जिले के एसपी और डिप्टी एसपी के स्तर पर दिए जाते हैं।'
गोवारी और मावल प्रदर्शन से विरोधियों पर निशाना
उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने आगे कहा, 'मैं याद दिलाना चाहता हूं कि गोवारी आंदोलन (Gowari Movement) के दौरान किसने आदेश दिया था, जिसमें कई लोग मारे गए थे। साथ ही, राज्य में कांग्रेस-एनसीपी सरकार के दौरान मावल विरोध-प्रदर्शन के दौरान गोलीबारी का आदेश कौन देता है?'
क्या है मामला?
दरअसल, महाराष्ट्र के जालना में इन दिनों मराठा आरक्षण को लेकर तनाव व्याप्त है। बीते शुक्रवार को मराठा रिजर्वेशन की मांग कर रहे आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच में भीषण झड़प हुई। इस झड़प में 40 पुलिसकर्मी और कुछ आंदोलनकारी जख्मी हुए थे। जिसके बाद महाराष्ट्र पुलिस ने करीब 360 लोगों के खिलाफ केस दर्ज की थी। जिनमें 16 की पहचान हो चुकी है।