MP: अगर ऐसा हुआ तो फ्लोर टेस्ट से पहले कमलनाथ दे देंगे इस्तीफा

मध्य प्रदेश में सियासी संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। कर्नाटक में मौजूद कांग्रेस के 16 बागी विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को खत लिखा है। खत में..

Update: 2020-03-15 16:09 GMT

भोपाल। मध्य प्रदेश में सियासी संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। कर्नाटक में मौजूद कांग्रेस के 16 बागी विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को खत लिखा है। खत में उन्होंने बताया है कि सोमवार को फ्लोर टेस्ट के दौरान वे उपस्थित नहीं हो सकेंगे। इतना ही नहीं उन्होंने 6 मंत्रियों का उदाहरण देते हुए अपना इस्तीफा स्वीकार करने का भी अनुरोध किया है।

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14 मार्च को विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने छह पूर्व मंत्रियों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया का समर्थन करने वाले इन मंत्रियों ने 10 मार्च को ही अपना इस्तीफे भेज दिया था। इस्तीफा देने वाले मंत्री थे- गोविंद सिंह राजपूत, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रभुराम चौधरी, प्रद्युम्न तोमर, तुलसीराम सिलावट और इमरती देवी।

भोपाल आने पर सुरक्षा को लेकर संशय है

 

 

इससे पहले कांग्रेस के बागी विधायकों ने वीडियो जारी कर अपनी सुरक्षा में केंद्रीय सुरक्षा बलों को तैनात करने की मांग की। वीडियो संदेश में विधायकों ने कहा है, "विधानसभा अध्यक्ष ने हमें उपस्थित होने का नोटिस दिया है। हमें जानकारी मिली है, लेकिन हम अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। भोपाल आने पर सुरक्षा को लेकर संशय है।

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इसलिए जरूरी है कि हमारी सुरक्षा के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों की मदद ली जाए।" कांग्रेस प्रवक्ता और मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष सैयद जाफर ने कहा, "विधायकों से यह वीडियो दबाव में बनवाए गए हैं। जो वीडियो सामने आए हैं, उनमें विधायक के साथ दूसरे व्यक्ति की फुसफुसाती आवाज बताती है कि ये वीडिया सिखा-पढ़ाकर बनाए गए हैं।"

कांग्रेस ने विधायकों को व्हिप जारी किया

 

 

कांग्रेस ने 16 मार्च से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में उपस्थित रहने के लिए अपने विधायकों को व्हिप जारी किया है। कांग्रेस के मुख्य सचेतक डॉ। गोविंद सिंह ने शनिवार रात थ्री लाइनर व्हिप जारी किया।

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इसमें कहा गया है कि विधानसभा के पंचम सत्र के समस्त कार्य दिवस में अर्थात 16 मार्च से 13 अप्रैल तक सभी विधायक भोपाल में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें। व्हिप में आगे कहा गया है कि सभी सदस्य संपूर्ण कार्यवाही में उपस्थित रहें और किसी भी स्थिति में अनिवार्यत: शासन के पक्ष में मतदान करें।

इन विधायकों ने दिया है इस्तीफा

 

 

बता दें, पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक कांग्रेस के बागी 22 विधायकों ने अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इनमें से छह विधायकों का इस्तीफा विधानसभाध्यक्ष एनपी प्रजापति ने मंजूर कर लिया है।

इन विधायकों ने दिया है इस्तीफा-

गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया के अलावा विधायक हरदीप सिंह डंग, जसपाल सिंह जज्जी, राजवर्धन सिंह, ओपीएस भदौरिया, मुन्ना लाल गोयल, रघुराज सिंह कंसाना, कमलेश जाटव, बृजेंद्र सिंह यादव, सुरेश धाकड़, गिरराज दंडौतिया, रक्षा संतराम सिरौनिया, रणवीर जाटव, जसवंत जाटव ने इस्तीफे दे दिए हैं।

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आप को बता दें की अगर कांग्रेस के बागी विधायक फ्लोर टेस्ट के दौरान अनुपस्थित रहे तो भाजपा के लिए एक तरह से वॉक ओवर माना जाएगा। क्यों की वर्तमान सदस्यों की संख्य के अनुसार भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरेगी। वहीं कांग्रेस की कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ जाएगी और वह विश्वास खो देगी। ऐसी परिस्थिति में सीएम पहले ही इस्तीफा दे देते हैं, जैसा की हाल ही में महाराष्ट्र में हुआ था।

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