Jharkhand Elections: हेमंत सोरेन पर भड़के CM सरमा, बोले-जब नमाज पढ़ने को छुट्टी मिल सकती है तो हनुमान चालीसा पढ़ने को क्यों नहीं?
Jharkhand Elections: हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, स्कूल कब बंद होते हैं, रविवार को या शुक्रवार को? उन्होंने कहा, मैं सीएम हेमंत सोरेन से पूछना चाहता हूं कि अगर आप मुस्लिम समुदाय के लिए शुक्रवार को छुट्टी दे सकते हैं तो हमारे बच्चों के लिए भी मंगलवार को स्कूल बंद क्यों नहीं कर सकते?
Jharkhand Elections: झारखंड विधानसभा चुनाव में पहले चरण की वोटिंग हो चुकी है अब दूसरे चरण के लिए 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। भाजपा, कांग्रेस, आरजेडी, जदयू, झारखंड मुक्ति मोर्चा सहित सभी पार्टियों ने दूसरे चरण के चुनाव के लिए अपनी पुरी ताकत झोंक दी है। नेताओं के आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। हर कोई एक दूसरे को मात देने में लगा है। इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ एक बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने अपना यह बयान झारखंड में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान दिया है। उन्होंने शुक्रवार को स्कूलों की छुट्टी और मंगलवार को छुट्टी के मुद्दे पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर उनके लिए (मुस्लिम समुदाय) के लिए शुक्रवार को स्कूलों की छुट्टी की जा सकती है तो हिन्दू समुदाय के लिए मंगलवार को छुट्टी क्यों नहीं हो सकती? सरमा के इस बयान के बाद राजनीति गरमा तय है।
शुक्रवार की छुट्टी पर विवाद
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, स्कूल कब बंद होते हैं, रविवार को या शुक्रवार को? उन्होंने कहा, मैं सीएम हेमंत सोरेन से पूछना चाहता हूं कि अगर आप मुस्लिम समुदाय के लिए शुक्रवार को छुट्टी दे सकते हैं तो हमारे बच्चों के लिए भी मंगलवार को स्कूल बंद क्यों नहीं कर सकते?
हम हिन्दू साम्प्रदायिक नहीं हैं
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, हम हिन्दू साम्प्रदायिक नहीं हैं। जब हमरा संविधान बन रहा था, तो उस समय संविधान सभा में सभी लोग हिन्दू थे। हम चाहते तो कह सकते थे कि देश में छुट्टी मंगलवार को होनी चाहिए, लेकिन हमनें वृहद दृष्टिकोण दिखाया और रविवार को स्कूल बंद रखने का फैसला लिया। उन्होंने कहा, अब अगर झारखंड में शुक्रवार को छुट्टी हो सकती है, तो हम भी मंगलवार को छुट्टी की मांग कर सकते हैं।
सीएम सरमा ने किया ट्वीट
अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर उन्होंने लिखा, मैं झामुमो और कांग्रेस सरकार से पूछना चाहता हूं अगर नमाज पढ़ने के लिए छुट्टियां मिल सकती हैं, तो हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए छुट्टी क्यों नहीं मिलती? इस ट्वीट के साथ उन्होंने एक और सांप्रदायिक मुद्दे को उठाया और अपने बयान को मजबूती दी।
झारखंड और बिहार में शुक्रवार की छुट्टी पर विवाद
यह विवाद कोई नया नहीं है। इससे पहले भी झारखंड और बिहार में शुक्रवार को स्कूलों की छुट्टी को लेकर विवाद खड़े हो चुके हैं। पिछली बार झारखंड के जामताड़ा और दुमका जिलों के 33 स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी का मामला सामने आया था। इसके बाद, बिहार के किशनगंज में भी 37 स्कूलों में यही स्थिति देखी गई थी।
बिहार शिक्षा मंत्री ने की थी जांच की घोषणा
जैसे ही ये मामले तूल पकड़ने लगे, बिहार शिक्षा विभाग के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जांच के आदेश दिए थे। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी और इस मुद्दे की जांच शुरू की थी।