योगी आदित्यनाथ ने फिर सभी दिग्गजों को पिछाड़ा, देश में सबसे लोकप्रिय सीएम
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देश का सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री चुना गया है। एक मीडिया ग्रुप और उसके सहयोगी संस्थान की ओर से किए गए सर्वे में योगी आदित्यनाथ को सबसे ज्यादा 24 फ़ीसदी मत मिले हैं।
अंशुमान तिवारी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देश का सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री चुना गया है। एक मीडिया ग्रुप और उसके सहयोगी संस्थान की ओर से किए गए सर्वे में योगी आदित्यनाथ को सबसे ज्यादा 24 फ़ीसदी मत मिले हैं। मजे की बात यह है कि सर्वे में जो सात सबसे लोकप्रिय सीएम चुने गए हैं उनमें छह सीएम गैर बीजेपी और गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री हैं। मुख्यमंत्रियों में योगी आदित्यनाथ को सबसे ज्यादा पसंद किया गया और वे फिर शीर्ष स्थान पाने में कामयाब रहे। वे पहले भी सबसे लोकप्रिय सीएम चुने जा चुके हैं।
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दूसरे स्थान पर अरविंद केजरीवाल
पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी इस बार लुढ़ककर चौथे स्थान पर पहुंच गई हैं। योगी के बाद दूसरा स्थान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मिला है। उन्हें 15 फ़ीसदी लोगों ने सबसे लोकप्रिय सीएम बताया। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी तीसरे स्थान पर रहे। उनके काम को 11 फ़ीसदी लोगों ने पसंद किया। छठा स्थान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हासिल हुआ जबकि सातवें नंबर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे रहे। आठवें नंबर पर उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक हैं।
रुपाणी सबसे निचले पायदान पर
सूची में इसके बाद तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान को स्थान मिला है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का काम लोगों को पसंद नहीं आया और वे सबसे निचले पायदान पर हैं।
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पहले भी सबसे आगे थे योगी
इसके पहले इसी साल जनवरी में किए गए सर्वे में भी योगी आदित्यनाथ शीर्ष स्थान पर थे। उस सर्वे में उन्हें 18 फीसदी मत हासिल हुए थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी ने 11-11 फीसदी मत पाकर दूसरा स्थान हासिल किया था। अगस्त 2019 में किए गए सर्वे में भी योगी आदित्यनाथ ने लोकप्रियता के मामले में सबको पछाड़ दिया था।
19 राज्यों में किया गया सर्वे
मौजूदा सर्वे 19 राज्यों, 97 लोकसभा क्षेत्रों व 194 विधानसभा क्षेत्रों के 12021 लोगों से वार्ता के आधार पर किया गया है। 15 से 27 जुलाई के बीच किए गए इस सर्वे में 24 फ़ीसदी लोगों ने माना कि योगी आदित्यनाथ का काम सबसे अच्छा है। इस तरह पिछले सर्वे के मुकाबले योगी आदित्यनाथ ने लोकप्रियता में और बढ़ोतरी की है।
सर्वे में शहरी व ग्रामीण दोनों आबादी
सर्वे में जिन लोगों से बात की गई उनमें 67 फ़ीसदी ग्रामीण जबकि बाकी 33 फ़ीसदी शहरी क्षेत्र के लोग थे। यह सर्वे आंध्र प्रदेश, असम छत्तीसगढ़, बिहार, दिल्ली, गुजरात, झारखंड, कर्नाटक, हरियाणा केरल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, राजस्थान, पंजाब, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में किया गया है।
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सर्वे में 52 फ़ीसदी पुरुषों और 48 फ़ीसदी महिलाओं से बात की गई। सर्वे में 86 फीसदी हिंदू, 9 फ़ीसदी मुस्लिम व 5 फ़ीसदी अन्य धर्मों के लोग थे। सर्वे में 30 फ़ीसदी सवर्णों, 25 फ़ीसदी एससी-एसटी व 44 फ़ीसदी अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों से बात की गई। सर्वे में जिन लोगों से रायशुमारी की गई वे जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े हुए थे।
इसलिए लोगों की पसंद बने योगी
सर्वे में शामिल काफी लोगों का मानना था कि योगी जाति विशेष के विकास पर ध्यान न देते हुए हिंदुत्व को आगे बढ़ाने पर ध्यान देते हैं। कुछ लोगों ने यह भी कहा कि योगी के सांप्रदायिक नेता होने की हवा बना दी गई है जबकि इस बात में कोई दम नहीं है। वे हर धर्म का आदर करते हैं और यदि कहीं अन्याय हो रहा है तो उसका विरोध करना गलत नहीं है।
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2017 में संभाली यूपी की कमान
भाजपा ने मार्च 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत के बाद योगी को कमान सौंपी थी। वे प्रदेश के 21वें मुख्यमंत्री हैं और काम करने के बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। इससे पहले वे 1998 से 2017 तक भाजपा के टिकट पर गोरखपुर संसदीय सीट से सांसद चुने गए थे। प्रखर राष्ट्रवादी नेता की छवि वाले योगी गोरखनाथ मंदिर के पूर्व महंत अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं। 1998 में पहली बार सांसद बनने के समय योगी की उम्र केवल 26 साल थी और वे देश के सबसे युवा सांसद थे।
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