मल्लिकार्जुन खड़गे ने G20 को कहा 'G2', सभापति धनखड़ के टोकने पर बोले- कमल से ढक गया था जीरो
Parliament special session: राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन में G20 को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर कटाक्ष का प्रयास किया। खड़गे ने G20 को 'G2' बताया। सभापति के टोकने पर खड़गे ने कहा, कमल से जीरो ढक गया था।
Parliament special session: संसद के विशेष सत्र के पहले दिन सोमवार (18 सितंबर) को राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने अपने संबोधन में G20 समिट को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर कटाक्ष की कोशिश की। खड़गे ने अपने संबोधन में कहा, 'हम महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर ध्यान देने की बजाय 'G2' के बारे में बात करने में व्यस्त हैं।'
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने संसद में जब G-20 को G2 कहा तो इस पर सभापति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने उन्हें टोका। उपराष्ट्रपति ने कहा, 'यह G20 है। इसके जवाब में मल्लिकार्जुन खड़गे बोले, जीरो कमल से ढका हुआ है।'
सभापति खड़गे से बोले- ये आपके स्तर का नहीं
राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'G20 का जो विज्ञापन है, उसे गौर से देखें तो उसमें G20 की जगह G2 ही दिखता है, क्योंकि इसमें जीरो कमल से ढका हुआ है।' खड़गे के इस जवाब पर उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि, खड़गे जी ये आपके स्तर का नहीं है।'
'खड़गे जी को केवल 2G ही दिखते हैं'
टोके जाने के बाद भी मल्लिकार्जुन खड़गे का कटाक्ष जारी रहा। इस पर राज्यसभा में बीजेपी सांसद पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा, 'मेहरबानी करके G-20 का मजाक मत उड़ाइए। ये बहुत बड़ा समूह है। फिर गोयल ने भी तंज कसा। उन्होंने कहा, शायद हमारे नेता विपक्ष खड़गे जी को केवल 2G ही दिखते हैं- 2G और सन-G।'
PM मोदी संसद को इवेंट बनाकर चले जाते हैं
राज्य सभा में इससे पहले मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था, 'जवाहरलाल नेहरू जी का मानना था कि एक मजबूत विपक्ष की अनुपस्थिति का अर्थ है कि सिस्टम में महत्वपूर्ण कमियां। यदि कोई मजबूत विपक्ष नहीं है, तो ये सही नहीं है। मगर, अब एक मजबूत विपक्ष है। ED, CBI के माध्यम से इसे कमजोर करने पर प्रयास किया जा रहा है। उन्हें अपनी पार्टी में ले जाओ। उन्हें वॉशिंग मशीन में डाल दो। जब वे पूरी तरह से साफ निकल आएं फिर उन्हें (अपनी पार्टी में) स्थायी कर दो। उन्होंने कहा, आप खुली आंखों से देख सकते हैं आज क्या हो रहा है। प्रधानमंत्री संसद में कम ही आते हैं। वो जब आते हैं तो इसे एक 'इवेंट' बनाकर चले जाते हैं।'
खड़गे ने दिया जवाब, बताया 70 साल में क्या किया
कांग्रेस सांसद खड़गे ने आगे कहा, 'हमसे बार-बार पूछा जाता है कि 70 वर्षों में आपने क्या किया? तो आज मैं बताना चाहता हूं कि, हमने 70 वर्षों में इस देश के लोकतंत्र को और मजबूत किया। नेहरू काल (Nehru period) में देश की नींव पड़ी। नींव के पत्थर दिखते नहीं हैं। वहीं, विपक्षी गठबंधन INDIA के नाम पर भी खड़गे ने जवाब दिया। इंडिया नाम पर बीजेपी के हमलावर रुख पर मल्लिकार्जुन खड़गे बोले, 'नड्डा साहब हमें छोटा करने के लिए गठबंधन का नाम INDI बोलते हैं। उन्होंने आगे कहा, नाम बदलने से कुछ नहीं होता है, हम INDIA ही हैं।'
खड़गे का PM मोदी से सवाल- क्या यही लोकतंत्र है?
इस दौरान खड़गे ने अपने संबोधन में 'मणिपुर' का मुद्दा उठाया। वो बोले, 'प्रधानमंत्री यहां-वहां जाते रहते हैं, मगर मणिपुर नहीं गए। पीएम द्वारा हर मुद्दे पर भाषण देने को लेकर भी खरगे ने घेरा। पीएम मोदी ने अपने 9 साल के कार्यकाल में परंपरागत बयानों को छोड़कर सिर्फ दो बार ही बयान दिया है। उन्होंने पूछा, क्या यही लोकतंत्र है। अटलजी बिहारी वाजपेयी ने अपने कार्यकाल में 21 बार और मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने 30 बार बयान दिया था।'
अपने संबोधन के आखिर में मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक कविता की चंद पंक्तियां सुनाई -
हमारी वतन परस्ती के अनगिनत तारीखें हैं
बेशुमार किस्सा है, हो भी क्यों न वतन से मुहब्बत,
ये तो हमारे ईमान का हिस्सा है।