Dhiraj Sahu IT Raid: सांसद धीरज साहू के घर मिला खजाना, 300 करोड़ से अधिक का कैश बरामद, दो दिन और चलेगी नोटों की गिनती
Dhiraj Prasad Sahu IT Raid: धीरज साहू के पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा स्थित 10 ठिकानों से शनिवार तक 300 करोड़ से ज्यादा का कैश बरामद हो चुका है। नोटों को गिनने के लिए 40 छोटी-बड़ी मशीन की सहायता ली गई है।
Dhiraj Prasad Sahu IT Raid: झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और शराब कारोबारी धीरज साहू इन दिनों सोशल मीडिया से लेकर मेनस्ट्रीम मीडिया में छाए हुए हैं। अखबारों का पहला पन्ना उनकी तस्वीर और नोटों के ढेर से अटा पड़ा है। बीते 72 घंटे से आयकर विभाग की छापेमारी कांग्रेस सांसद के घर और कार्यालयों पर जारी है। इन ठिकानों से इतने कैश मिल रहे हैं कि मशीन भी गिनते – गिनते जवाब दे जा रही हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, धीरज साहू के पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा स्थित 10 ठिकानों से शनिवार तक 300 करोड़ से ज्यादा का कैश बरामद हो चुका है। नोटों को गिनने के लिए 40 छोटी-बड़ी मशीन की सहायता ली गई है। जब्त कैश को गिनने में दो दिन का समय और लगेगा। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बुधवार 6 दिसंबर को टैक्स चोरी के मामले में साहू के घर, दफ्तर और फैक्ट्रियों पर छापेमारी शुरू की थी।
कैश के साथ-साथ आभूषण भी मिले
आयकर विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई के पहले और दूसरे दिन यानी बुधवार और गुरूवार को ओडिशा के बलांगीर स्थित बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज के कार्यालय पर छापेमारी के दौरान वहां अलमारियों में छिपाकर रखे गए 200 करोड़ कैश बरामद किया था। अगले दिन यानी शुक्रवार को बलांगीर के ही सुदापड़ा में शराब कंपनी के मैनेजर के घर पर छापेमारी के दौरान नोटों से भरे 156 बैग बरामद किए गए थे। इसमें 100 करोड़ से अधिक नकद होने की संभावना है।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने आज यानी शनिवार 9 दिसंबर को झारखंड की राजधानी रांची के रेडियम स्थित कांग्रेस सांसद के आवास सुशीला निकेतन पर ज्वेलरी से भरा तीन सुटकेस बरामद किया। कड़ी सुरक्षा के बीच अधिकारी उसे अपने साथ ले गए। धीरज साहू घर के बाहर बड़ी संख्या में सीआईएसएफ के जवान तैनात हैं। अफसरों की मानें तो साहू के ठिकानों से जो कैश मिले हैं वो अब तक के किसी भी सिंगल ऑपरेशन में सबसे बड़ी बरामदगी है।
बीजेपी ने खोला कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकाने से भारी मात्रा में कैश मिलने के बाद राजनीति गरमा गई है। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के खिलाफ बड़ा मोर्चा खोल दिया है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी अगुवाई करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को एक्स पर एक हिंदी अखबार का फ्रंट पेज शेयर करते हुए लिखा, देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के 'भाषणों' को सुनें। जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है। उन्होंने इस पोस्ट में हंसने वाली इमोजी भी डाली है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि उनसे पूछना चाहिए कि ये मोहब्बत की कौन सी दुकान है। दुकान के एक सांसद के परिसर से 200 करोड़ रूपये मिले हैं। कांग्रेस की पार्टी भ्रष्टाचार की मूर्ति है। इससे पहले शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के नेता क्या-क्या दावे करते हैं और जमीन पर इनके नेता कितने भ्रष्ट हैं।
भूपेश बघेल ने महादेव एप के नाम पर 508 करोड़ रूपये की वसूली की और अब धीरज साहू के नोटों की गिनती खत्म नहीं हो रही है। इस पार्टी का केवल चेहरा ही खराब नहीं है बल्कि चाल और चरित्र भी भ्रष्ट हो चुका है। झारखंड के पूर्व सीएम और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस सांसद धीरज साहू की गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस राशि का कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ-साथ सीएम हेमंत सोरेन के साथ भी संबंध है।
राजस्थान में बीजेपी विधायक बालमुकुंद के नेतृत्व में प्रदर्शन
राजस्थान की राजधानी जयपुर में तो बीजेपी इसके खिलाफ सड़कों पर उतर गई। नवनिर्वाचित विधायक बालमुकुंद आचार्य के नेतृत्व में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस सांसद धीरज साहू के खिलाफ विरोध – प्रदर्शन किया। इस दौरान आचार्य ने कहा, "310 करोड़ से ऊपर की धन राशि अलमारियों में मिली है। इनके झूठे आरोप जनता को पता हैं। जो पैसे इनके पास जमा हैं सभी एजेंसियां निकालेगी। दोषियों को सजा मिलेगी। पूरे देश में जहां जहां कांग्रेस की सरकार रही है वहां-वहां इन्होंने लूट मचाई है।
वहीं, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के मुखिया जीतनराम मांझी ने एक्स पर नोटों से भरी अलमारी की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, भाई ये कैश तो कुछ नहीं बिहार में कई ऐसे हैं जिनके पास इससे कई गुणा ज्यादा माल है। वैसे भ्रष्ट नेताओं और नौकरशाहों को मैं बता दूं कि यह मोदी राज है यहां गरीबों के घरों से लूटे हुए हर पैसे का हिसाब देना होगा। “झारखंड में तो प्रोमो चल रहा है,जल्द ही बिहार में पुरी फिल्म चलेगी”
कौन हैं धीरज साहू ?
धीरज साहू तीसरी बार के राज्यसभा सांसद हैं। सबसे पहले 2009 में वे ऊपरी सदन के लिए चयनित हुए थे। इसके बाद जुलाई 2010 में झारखंड से दूसरी बार राज्यसभा पहुंचे। 2018 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली साहू तीसरी बार जीतकर उच्च सदन पहुंचे। उनका जन्म 23 नवंबर को 1995 को रांची में हुआ था। धीरज साहू का सियासी सफर 1977 में शुरू हुआ था। उनके भाई शिव प्रसाद साहू रांची से दो बार कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए थे। धीरज साहू ने साल 2018 में राज्यसभा चुनाव के दौरान जो हलफनामा दायर किया था, उसके मुताबिक उनके पास कुल 34.83 करोड़ की संपत्ति है।
झारखंड में अगले साल लोकसभा और विधानसभा चुनाव
झारखंड देश के उन राज्यों में है, जहां अगले साल लोकसभा और विधानसभा दोनों के चुनाव होने हैं। अप्रैल – मई में आम चुनाव के बाद साल के आखिरी में विधानसभा का चुनाव होगा। यहां पर मुख्य लड़ाई सत्तारूढ़ जेएमएम गठबंधन और बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के बीच है। जेएमएम गठबंधन में कांग्रेस भी शामिल है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के महादेव एप घोटाले की तरह कांग्रेस सांसद के घर मिले अप्रत्याशित धन को सत्तारूढ़ गठबंधन के खिलाफ आने वाले चुनावों में जरूर भूनाएगी।