One Nation One Election: राहुल गांधी का बड़ा बयान, बोले- एक देश एक चुनाव का विचार देश के सभी राज्यों पर हमला

One Nation One Election: राहुल गांधी ने कहा कि इंडिया यानी कि भारत, राज्यों का एक संघ है, एक देश एक चुनाव का विचार संघ और उसके सभी राज्यों पर हमला है।

Update:2023-09-03 15:01 IST
Congress MP Rahul Gandhi (Social Media)

One Nation One Election: केंद्र सरकार एक देश एक चुनाव को लेकर तैयारी पूरी कर चुकी है। इसको लेकर मोदी सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में कमिटी का गठन कर दिया है। साथ ही इसको लेकर अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर प्रतिक्रिया दी है। राहुल गांधी ने एक देश एक चुनाव को देश के सभी राज्यों पर हमला बताया है।

एक देश एक चुनाव पर राहुल गांधी ने दी प्रतिक्रिया

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि इंडिया यानी कि भारत, राज्यों का एक संघ है, एक देश एक चुनाव का विचार संघ और उसके सभी राज्यों पर हमला है।

दरअसल, एक देश एक चुनाव को लेकर गठित की कमेटी के बाद से ही कांग्रेस पार्टी लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कमेटी का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे उस समिति में काम करने से इनकार करने में कोई झिझक नहीं है। मुझे डर है कि यह पूरी तरह से धोखा है। इससे पहले पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिदंबरम ने एक राष्ट्र, एक चुनाव को लेकर बीजेपी पर हमला बोला।

पी. चिदंबरम ने कहा कि बीजेपी की ओर से प्रायोजित हर दूसरे मुद्दे की तरह यह विचार भी पहले से निर्धारित और पूर्व नियोजित लगता है। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव एक राजनीतिक-कानूनी प्रश्न है। यह कानून से ज्यादा राजनीतिक है। एक देश-एक चुनाव पर बनी कमेटी के सदस्यों को लेकर भी चिदंबरम ने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि 8 सदस्यों वाली कमेटी में प्रमुख विपक्षी दल से सिर्फ एक सदस्य है। इसके अलावा कमेटी में मैं केवल एक स्वीकृत संवैधानिक मामलों के जानकार वकील को ही पहचानता हूं।

कमिटी में इन लोगों को किया गया है शामिल

वन नेशन वन इलक्शन कमिटी का अध्यक्ष पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को बनाया गया है। इसके अलावा, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी, गुलाम नबी आजाद, पूर्व वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह, सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे, संसदीय विशेषज्ञ सुभाष कश्यप और पूर्व मुख्य सतर्कता आयुक्त संजय कोठारी शामिल किया गया है। हालांकि अधीर रंजन ने कमिटी का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया है।

Tags:    

Similar News