Vice President Speech: उपराष्ट्रपति धनखड़ ने PM मोदी को बताया युगपुरुष, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से तुलना पर कांग्रेस बिफरी, कहा-चापलूसी की सीमा पार
Vice President Jagdeep Dhankhar Speech: उपराष्ट्रपति धनखड़ के इस बयान पर विवाद पैदा हो गया है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना किए जाने पर कांग्रेस बिफर गई है।
Vice President Jagdeep Dhankhar Speech: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस सदी का युगपुरुष बताया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पिछली सदी के महापुरुष थे तो पीएम मोदी इस सदी के युगपुरुष हैं। जैन विचारक और दार्शनिक श्रीमद् राजचंद्र जी के जयंती समारोह में बोलते हुए उपराष्ट्रपति धनखड़ ने यह टिप्पणी की।
उपराष्ट्रपति धनखड़ के इस बयान पर विवाद पैदा हो गया है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना किए जाने पर कांग्रेस बिफर गई है। कांग्रेस नेता मनिकम टैगोर ने धनखड़ के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि चापलूसी की भी एक सीमा होती है और आप उस सीमा को पार कर चुके हैं।
दोनों महान हस्तियों में क्या है समानता
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने जैन विचारक की जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी ने सत्याग्रह और अहिंसा के जरिए बड़ी लड़ाई लड़ते हुए हमें अंग्रेजों के राज से मुक्ति दिलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमें उसे रास्ते पर ले जा रहे हैं जिस रास्ते पर हम हमेशा जाना चाहते थे।
उन्होंने कहा कि इस राष्ट्र के विकास का विरोध करने वाली ताकतें और इस देश के उत्थान को पचा न पाने वाली ताकतें एक साथ आ रही हैं। जब भी देश में अच्छी दिशा में कोई बदलाव होता है तो ये लोग अलग मुद्रा में दिखाई देने लगते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए बल्कि सभी लोगों को देश के विकास के लिए मिलजुल कर प्रयास करने चाहिए।
बापू को महापुरुष और मोदी को युगपुरुष बताया
इस दौरान उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी पिछली सदी के महापुरुष थे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सदी के युगपुरुष हैं। उन्होंने कहा कि इन दोनों महान हस्तियों में एक और बात समान है। उन्होंने श्रीमद् राजचंद्र जी के विचारों को प्रतिबिंबित किया है।
इस मौके पर उपराष्ट्रपति ने श्रीमद् राजचंद्र जी के भित्ति चित्र का अनावरण भी किया। श्रीमद् राजचंद्र जी को जैन धर्म से जुड़ी हुई उनकी शिक्षाओं और महात्मा गांधी के आध्यात्मिक मार्गदर्शन के लिए जाना जाता है। गुजरात में 1867 में उनका जन्म हुआ था और 1901 में उनका निधन हो गया था। जैन विचारक से महात्मा गांधी की पहली मुलाकात 1891 में मुंबई में हुई थी जब वा युवा बैरिस्टर के रूप में इंग्लैंड से लौटे थे।
कांग्रेस ने बयान को बताया शर्मनाक
जयंती समारोह में उपराष्ट्रपति की ओर से दिए गए इस भाषण पर विवाद पैदा हो गया है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना किए जाने पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। कांग्रेस नेता मनिकम टैगोर ने उपराष्ट्रपति के बयान की आलोचना करते हुए इसे शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना किया जाना वास्तव में काफी शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि चापलूसी की भी एक सीमा होती है और उपराष्ट्रपति धनखड़ इस सीमा को पार कर चुके हैं।
बसपा सांसद ने भी जताई आपत्ति
बसपा सांसद दानिश अली ने भी उपराष्ट्रपति के इस बयान कि संसद में नए युग की शुरुआत हुई है, पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह है कि एक सांसद को किसी समुदाय विशेष के खिलाफ संसद में टिप्पणी करने दी जाती है।
उनका इशारा भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी की ओर था जिन्होंने पिछले दिनों संसद में दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। अब यह मामला संसद की विशेषाधिकार समिति को सौपा जा चुका है और समिति की ओर से बिधूड़ी को तलब किया गया है।