संविधान दिवस: सरदार पटेल की प्रतिमा के नीचे मनेगा, जाएंगे राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री
गुजरात के केवड़िया क्षेत्र में होने जा रहे विधानसभा के पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन होने जा रहा है। यह दो दिवसीय सम्मेलन 25 एवं 26 नवम्बर को उसी स्थान पर होगा जहां पर विश्व की सबसे बड़ी सरदार वल्लभ्भाई पटेल की मूर्ति है।
लखनऊ: गुजरात के केवड़िया क्षेत्र में होने जा रहे विधानसभा के पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन होने जा रहा है। यह दो दिवसीय सम्मेलन 25 एवं 26 नवम्बर को उसी स्थान पर होगा जहां पर विश्व की सबसे बड़ी सरदार वल्लभ्भाई पटेल की मूर्ति है।
हदयनारायण दीक्षित गुजरात के लिए रवाना
इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा देश की सभी विधानसभाओं के अध्यक्षों को आमंत्रित किया गया है। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के यूपी विधानसभा के अध्यक्ष हदयनारायण दीक्षित आज शाम गुजरात के लिए रवाना हो गए।
ये भी पढ़ें: नहीं खुलेंगे स्कूल: सरकार ने कही ये बड़ी बात, पढ़ें पूरी खबर
राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री होंगे शामिल
केवड़िया, गुजरात में 80वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन 2020 में भाग लेने के लिए रवाना हुए। भारत के पीठासीन अधिकारियों का 80वाँ सम्मेलन इस बार गुजरात में सरदार पटेल की प्रतिमा की छाया में 25 से 26 नवम्बर को मनाया जायेगा। इसमें राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री तक शामिल होंगे।
‘‘सशक्त लोकतंत्र के लिए विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका का आदर्श समन्वय’’ इस सम्मेलन का मुख्य विषय रखा गया है। भारत में विधायी निकायों के पीठासीन अधिकारियों की सबसे बड़ी शीर्ष संस्था का शताब्दी वर्ष भी है। इसके पहले 79वां सम्मेलन उत्तराखण्ड के देहरादून में संपन्न हुआ था।
ये भी पढ़ें: दिल्ली में मचा हाहाकार: कोरोना से बढ़ रहा मौतों का आंकड़ा, 23 दिनों में हुईं इतनी मौतें
राष्ट्रपति करेंगे कार्यक्रम का उद्घाटन
तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार 25 नवम्बर को राष्ट्रपति, राम नाथ कोविंद कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। जबकि कार्यक्रम का समापन अगले दिन यानी 26 नवम्बर, संविधान दिवस को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। सम्मेलन में उपराष्ट्रपति एम॰ वेंकैया नायडू समेत कई अन्य महानुभाव हिस्सा लेगे। देश की सबसे बड़ी विधानसभाा यूपी के अध्यक्ष हदयनारायण दीक्षित असाधारण परिस्थितियों में‘‘विधान मण्डलों की संवैधानिक जिम्मेदारी’’ नामक विषय पर आयोजित सम्मेलन में अपना भाषण प्रस्तुत करेंगे।
श्रीधर अग्निहोत्री