Coromandel Express Train: हादसे के चार दिन बाद एक बार फिर पटरी पर दौड़ी कोरोमंडल एक्सप्रेस
Coromandel Express Train: दुर्घटना के बाद तेजी से ट्रैक की मरम्मत की गई। इसके बाद परीक्षण के लिए सबसे पहले इसपर मालगाड़ी चलाई गई थी।
Coromandel Express Train: ओडिशा के बालासोर में दुर्घटनाग्रस्त हुई कोरोमंडल ट्रेन बुधवार को एक बार फिर से पटरी पर दौड़ी। कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन अपने पूर्व निर्धारित समय 3.20 बजे शालीमार से रवाना हुई। रेलवे के पीआरओ नें बताया कि ट्रेन के रूट और समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है। दुर्घटना के बाद तेजी से ट्रैक की मरम्मत की गई। इसके बाद परीक्षण के लिए सबसे पहले इसपर मालगाड़ी चलाई गई थी। इसके बाद सोमवार को वंदेभारत ट्रेन को इस पटरी पर दौड़ाया गया, आखिरी में कोरोमंडल एक्सप्रेस को रवाना किया गया।
51 घंटे में ही बहाल हुई सेवाएं
बता दें कि दो जून को हुए ट्रिपल ट्रेन हादसे के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने तुरंत परटरियों के मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्य शुरू कराने के आदेश दिए। यही कारण रहा कि लगभग 51 घंटे के बाद रविवार को ही ट्रैक पर पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया था। पटरियों के पुनर्निर्माण में हजारों मजदूरों को लगाया गया था जो अपनी पूरी छमता से दिन रात जूटे थे। इसके बाद इतने कम समय में कार्य संभव हो पाया।
दो जून को हुआ था भीषड़ हादसा
गौरतलब है कि 2 जून को कोरोमंडल एक्सप्रेस सहित ट्रिपल ट्रेन हादसा हुआ था। यह हादसा उस समय हई थी जब करोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन की कुछ बोगियां पटरी से उतर कर बगल वाली ट्रैक पर चली गई। यह हादसा जिस समय हुआ उस समय ट्रेन की स्पीड 127 किमी पर हावर थी। यशवंतपुर से हावड़ा जा रही हावड़ा एक्सप्रेस कोरोमंडल एक्सप्रेस के डब्बों से टकरा गई। हावड़ा एक्सप्रेस जिस समय टकराई उस समय उसकी स्पीड 129 किमी प्रति घंटे थी। इस हादसे में 288 लोग मारे गए जबकी 1000 से अधिक घायल हो गए। यह ट्रेन हादसा भारत के इतिहास का तीसरा सबसे बड़ा हादसा था। एक्सीडेंट में मारे गए कई लोगों की लाशों को अभीतक नहीं पहचाना जा सका है। वहीं कई शवों के एक से अधिक दावेदार हैं।