Corona in India: एक दिन में कोरोना के 358 नए केस, सतर्कता बढ़ाई गई

Corona in India: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जेएन.1 कोरोना वायरस स्ट्रेन के बारे में कहा है कि वर्तमान साक्ष्य से पता चलता है कि इस स्ट्रेन से सार्वजनिक स्वास्थ्य को खतरा कम है।

Written By :  Neel Mani Lal
Update:2023-12-21 12:59 IST

Corona in India  (photo: social media )

Corona in India: क्रिसमस और नए साल के जश्न से पहले चिंताजनक स्थिति बन रही है। भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 358 नए मामले और छह मौतें दर्ज की गईं हैं। विशेष रूप से, अकेले केरल में कोरोना के 300 नए सक्रिय मामले सामने आए और तीन मौतें हुईं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि देश में सक्रिय कोरोना मामलों की कुल संख्या वर्तमान में 2,669 है, भारत में महामारी के आगमन के बाद से मरने वालों की कुल संख्या 5,33,327 है।

कोरोना के सबवेरिएंट जेएन.1 के कारण जर्मनी, सिंगापुर, अमेरिका और चीन में संक्रमण में तेजी से वृद्धि देखी गई है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जेएन.1 कोरोना वायरस स्ट्रेन के बारे में कहा है कि वर्तमान साक्ष्य से पता चलता है कि इस स्ट्रेन से सार्वजनिक स्वास्थ्य को खतरा कम है। वैसे, विशेषज्ञों का कहना है कि जबकि ये स्ट्रेन प्रतिरक्षा प्रणाली से बच सकता है और वर्तमान में प्रसारित होने वाले अन्य वेरिएंट की तुलना में अधिक आसानी से प्रसारित हो सकता है, लेकिन इसने अधिक गंभीर बीमारी का कोई संकेत नहीं दिखाया है। जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एक वायरोलॉजिस्ट एंड्रयू पेकोज़ ने कहा कि इस वेरिएंट के साथ और भी मामले हो सकते हैं,लेकिन जेएन.1 अधिक जोखिम पैदा नहीं करता है।

भारत में कोरोना के परिसंचारी सब वेरियंट के जीनोम सीक्वेंस और वायरस भिन्नता का अध्ययन करने के लिए स्थापित केंद्र सरकार के मंच इंसाकोग द्वारा जारी आंकड़ों में कहा गया था कि वर्तमान में, केरल में 2041, कर्नाटक में 79, तमिलनाडु में 77, महाराष्ट्र में 35, गोवा में 23, पुडुचेरी में 20, गुजरात में 12, तेलंगाना में 9, पंजाब में 5, दिल्ली में 4, सक्रिय मामले हैं। झारखंड में 2, मध्य प्रदेश में 2, उत्तर प्रदेश में 1 और जम्मू-कश्मीर में 1 - 1 केस मिला है।

केरल में ज्यादा मामले क्यों?

कोरोना के केस भारत में केरल में ही सबसे ज्यादा क्यों मिलते हैं, ये एक बड़ा सवाल है।इसका साधारण सा जवाब है कि केरल में कोरोना की टेस्टिंग बाकी राज्यों की अपेक्षा बहुत मजबूत है। महामारी विज्ञानियों और डॉक्टरों का कहना है कि केरल का आक्रामक कोरोना परीक्षण और पहचान मुख्य कारण है कि जब भी मामलों में वृद्धि होती है तो राज्य लगातार खुद को सूची में शीर्ष पर पाता है।

लक्षण

पिछले कोरोना वेरिएंट के समान जेएन.1 वेरिएंट भी कुछ सामान्य लक्षण दिखाता है जिन पर ध्यान देना चाहिए।

- बुखार

- बहती नाक

- गला खराब होना

- सिरदर्द

हल्के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण जैसे पेट दर्द और दस्त।

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