कोरोना वायरस: 24 घंटे में दो टेस्ट नेगेटिव, तब अस्पताल दें छुट्टी, सरकार ने दिए निर्देश

कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में अफर-तफरी मची हुई है। भारत में कोरोना वायरस के अब तक 110 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 13 लोगों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई है।

Update: 2020-03-16 08:15 GMT

नई दिल्ली: कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में अफर-तफरी मची हुई है। भारत में कोरोना वायरस के अब तक 110 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 13 लोगों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई है। अब सवाल यह खड़ा हो है कि आखिर कैसे पता चलता है कि कोई शख्स पूरी तरह ठीक है और उसे अस्पताल से घर भेजा जा सकता है। क्योंकि अगर मरीज पूरी तरह ठीक नहीं हुआ तो वायरस के फैलने के चांस हैं।

ऐसे मामलों को देखते हुए अब सरकार ने अस्पतालों के लिए डिस्चार्ज पॉलिसी जारी की है। इसके तहत 24 घंटे में दो बार सैंपल टेस्ट किए जाते हैं और दोनों नेगेटिव आने पर डिस्चार्ज किया जाता है।

सैंपल टेस्ट के अलावा चेस्ट रेडियोग्राफी होती है जिससे यह पता लगाया जा सके कि मरीज को सांस लेने में तकलीफ तो नहीं हो रही है। मरीज की सांस का भी वायरल क्लियरेंस लिया जाता है। इतनी प्रक्रिया के बाद अगर मरीज में कोई कमी नहीं पाई जाती तो उसे अस्पताल से मिल जाती है। अगर किसी संदिग्ध मामले को कोरोना निगेटिव भी पाया जाता है तो उसे 14 दिन तक क्वैरंटाइन में रहने की सलाह दी जाती है।

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राज्यों से आई रिपोर्ट्स के मुताबिक देशभर में कोरोना वायरस के 115 मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 110 मामलों की ही पुष्टि की है। ओडिशा में भी कोरोना संक्रमित एक मरीज पाया गया है। कोरोना वायरस से अब तक दो मरीजों की मौत हुई है। दोनों ही 70 की उम्र के करीब थे और अन्य बीमारियों से भी ग्रसित थे।

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स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि कोरोना के मरीजों के संपर्क में आने वाले 4000 से ज्यादा लोगों पर भी नजर रखी जा रही है और उन्हें क्वैरंटाइन में रहने की सलाह दी गई है। महाराष्ट्र में एक संदिग्ध की एक प्राइवेट अस्पताल में मौत हो गई थी। बाद में उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। महाराष्ट्र में अब तक कोरोना के 33 मामले सामने आ चुके हैं। दूसरे नंबर पर केरल में 22 केस हैं।

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