तलाक के तीन साल बाद कोरोना संकट ने मिलाया, सास ने बहू को इस तरह मनाया
बहू को मनाने में सास में सबसे बड़ी भूमिका निभाई और उसके घर पर जाकर धरना तक दिया। इसके बाद बहू का दिल भी पसीज गया और टूटा हुआ रिश्ता एक बार फिर जिंदा हो गया।
अंशुमान तिवारी
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण दुनिया में पौने तीन लाख से अधिक मौतें हो चुकी हैं और इस संकट के कारण न जाने कितने लोगों की खुशियां छिन चुकी हैं। लाखों परिवारों की जिंदगी में इस संकट ने स्याह रंग भर दिया है मगर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक ऐसी खबर भी सामने आई है जिसमें दो दूर हो चुके दिलों का कोरोना संकट ने मिलन भी कराया है। तीन साल पहले तलाक ले चुके पति-पत्नी इस संकट के कारण एक बार फिर नजदीक आ गए हैं अब उन्होंने जिंदगी भर साथ जीने की कसम खाई है।
इस मामले में एक महत्वपूर्ण बात यह भी रही कि बहू को मनाने में सास में सबसे बड़ी भूमिका निभाई और उसके घर पर जाकर धरना तक दिया। इसके बाद बहू का दिल भी पसीज गया और टूटा हुआ रिश्ता एक बार फिर जिंदा हो गया। सबसे ज्यादा खुश तो वह सात साल की बेटी है जो अपने पिता को रोज मिस कर रही थी।
पति-पत्नी के बीच इसलिए बढ़ा विवाद
दो दूर हो चुके दिलों को मिलाने का यह मामला भोपाल की सिंधी कॉलोनी से जुड़ा हुआ है। यहां एक दंपत्ति का विवाह 2012 के जनवरी महीने में हुआ था। एक साल बाद दोनों की जिंदगी में एक प्यारी सी बिटिया ने कदम रखा। व्यापार की व्यस्तता के चलते पति पत्नी को समय नहीं दे पाता था। साथ ही दोनों के बीच मां का भी दखल था। इसे लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद बढ़ने लगा और नौबत मारपीट तक आ गई। विवाद के चलते बीच-बीच में पत्नी मायके चली जाती थी।
2017 में हो गया दोनों में तलाक
धीरे-धीरे पति-पत्नी के बीच विवाद इस हद तक बढ़ गया कि मामला कोर्ट तक पहुंच गया। तीन बार काउंसिलिंग से भी फायदा ना होने के बाद फरवरी 2017 में पति-पत्नी के बीच तलाक हो गया। उस वक्त प्यारी सी बिटिया चार साल की हो चुकी थी।
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बेटे का दर्द नहीं सह पाई मां
मार्च महीने में कोरोना संकट के कारण जब देश में लॉकडाउन घोषित तो हमेशा व्यापार में व्यस्त रहने वाला बेटा घर पर ही कैद हो गया। वह हमेशा कमरे में अकेला रहता और पुरानी यादों मैं डूबा रहता। वह केवल खाना खाने के समय ही कमरे से बाहर निकला करता था और बाकी समय अपनी शादी और बेटी के फोटो एल्बम और वीडियो देखने में ही लगा रहता था। बीच-बीच में उसकी आंखों में आंसू देखकर मां बेटे का यह दर्द नहीं सह पाई। बेटे को इस तरह अवसाद में देखकर मां ने उसी काउंसलर का नंबर खोज निकाला जिसने तलाक के दौरान काउंसलिंग की थी।
बहू के घर पहुंचकर मां ने माफी मांगी
काउंसलर ने मां को बताया कि यदि बेटे की पूर्व पत्नी ने अभी तक कहीं पर विवाह न किया हो तो इस रिश्ते को एक बार फिर से जोड़ा जा सकता है। फिर क्या था। मां टूट चुके रिश्ते की डोर को फिर से जोड़ने में जुट गई। मां अपनी बहू और पोती को मनाने के लिए बेटे की सास के घर पहुंच गई। अपने बेटे की खुशी के लिए मां ने हर बात के लिए माफी मांगी और घर के बाहर धरना तक दिया। यहां तक कह डाला कि यदि कोरोना संकट से मेरी मृत्यु हो गई तो बेटे को कौन संभालेगा।
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मां ने बहू को इस तरह मनाया
मां ने बहू को यह भी समझाया कि तुमने शायद अभी तक शादी इसलिए नहीं कि कि तुम्हारे दिल के किसी कोने में अभी भी मेरे बेटे के लिए प्यार छिपा है। मां बेटे की खुशी के लिए छह दिनों तक लगातार कोशिश करती रही। आखिरकार बेटे के ससुराल वालों का दिल पसीज गया और बहू एक बार फिर पति के पास आने के लिए राजी हो गई।
शादी के बाद हुई बहू की घर वापसी
रविवार को सादगी भरे माहौल में दोनों की एक बार फिर शादी हो गई और बहू और बेटी फिर उस घर में आ गए जिसे वे कई साल पहले छोड़कर जा चुके थे। पति पत्नी के इस मिलन पर काउंसलर सरिता राजानी ने कहा कि तीन साल पहले मुझे काउंसिलिंग के बावजूद इस रिश्ते को टूटने से रोकने में कामयाबी नहीं मिली थी, लेकिन एक मां की कोशिश से एक उजड़ा हुआ घर फिर आबाद हो गया।
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