Covid-19: नवजात का नाम रखा 'लॉकडाउन', हॉस्पिटल में बना चर्चा का विषय
इस समय दुनिया भर में केवल काेरोना की ही चर्चा है। एक तरफ दुनिया के वैज्ञानिक इस वायरस के संक्रमण को रोकने की कोशिश में जुटे हैं वहीं दूसरी ओर इस प्रतिकूल...
नई दिल्ली: इस समय दुनिया भर में केवल काेरोना की ही चर्चा है। एक तरफ दुनिया के वैज्ञानिक इस वायरस के संक्रमण को रोकने की कोशिश में जुटे हैं वहीं दूसरी ओर इस प्रतिकूल समय को भी जीवन भर याद रखने की कोशिश लोग कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां मध्यप्रदेश के श्योपुर में एक दंपति ने अपने नवजात शिशु का नाम ही लॉकडाउन रख दिया है।
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यादगार बनाने के लिए नवजात का नाम लॉकडाउन रख लिया-
बता दें कि श्योपुर जिले के गांव बछेरी में रहने वाले रघुनाथ माली की पत्नी मंजू को लेबर पेन होने पर सोमवार की सुबह शहर के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। हॉस्पिटल में प्रसव के बाद मंजू ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। इससे पहले इस दंपति की एक तीन साल की बच्ची भी है। शायद यही वजह रही कि दूसरी संतान पुत्र के रूप में होने और वर्तमान के लॉकडाउन को यादगार बनाने के लिए दंपति ने अपने नवजात पुत्र का नाम लॉकडाउन ही रख लिया।
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दिन भर हॉस्पिटल में हालात ऐसे थे कि जो भी बच्चे को देखने आ रहा था, उसने नवजात बच्चे को लॉकडाउन के नाम से ही पुकारा। नवजात शिशु लॉकडाउन के परिजनों का मानना है कि देश के प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर जो निर्देश दिए है, उनका सभी लोग पालन करें।
इसके पहले बिहार में नवजात का नाम रखा गया 'COVID'
वहीं इसके पहले बिहार के गया के एक दंपती ने अपने पहले बच्चे का नाम ही कोविड रखा था। गया के कोच प्रखंड के बरगांव निवासी मनीष कुमार की पत्नी प्रियांजली ने गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बीते शुक्रवार को बेटे को जन्म दिया। बच्चे के जन्म के दौरान घर से लेकर अस्पताल तक हर जगह कोरोना और कोविड-19 वायरस की ही चर्चा रही। इसकी याद हमेशा रहे, इसलिए दो दिनों तक काफी सोस-समझकर मनीष व प्रियांतली ने बेटे का नाम कोविड रख दिया है।
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