फिर गैंगरेप से हिला देश: कुछ ना कर पाई शिवराज सरकार, परिवार में मातम
नरसिंहपुर के चीचली गांव से एक वाकया सामने आया है। यहां एक दलित महिला के साथ गैंगरेप के बाद पुलिस द्वारा रिपोर्ट नहीं लिखी गई। हालाकिं अब इस मामले में सीएम शिवराज ने सख्त कार्रवाई की है।
भोपाल: हैवानियत के किस्से कम होने का नाम नहीं ले रहे। आए दिन बलात्कार की खबरों से अखबार के पन्ने भरे रहते हैं। इन दरिंदों को न तो सरकार का कोई डर है और नहीं इंसानियत का लिहाज। ऐसे में नरसिंहपुर के चीचली गांव से एक वाकया सामने आया है। यहां एक दलित महिला के साथ गैंगरेप के बाद पुलिस द्वारा रिपोर्ट नहीं लिखी गई। हालाकिं अब इस मामले में सीएम शिवराज ने सख्त कार्रवाई की है। इस पर सीएम के कड़े निर्देश के बाद चौकी प्रभारी मिश्रीलाल जिसने एफआईआर नहीं लिखी उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
मामले में स्पष्टीकरण मांगा
गैंगरेप के इस मामले के तीन आरोपियों अरविंद, मोतीलाल और अनिल राय की गिरफ्तारी भी कर ली गयी है। साथ ही तत्काल प्रभाव से एडिशनल एसपी, एसडीओपी को हटा दिया गया है। वहीं खरगौन के एसपी से मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है। लेकिन एसपी अभी छुट्टी पर चल रहे हैं।
ये भी पढ़ें... भयानक बारिश का अलर्ट: बादलों ने लिया ऐसा रूप, अब आने वाली है कड़ाके की ठंड
दलित महिला ने खुदकुशी कर ली
दरअसल नरसिंहपुर के चीचली गांव में गैंगरेप पीड़ित एक दलित महिला ने खुदकुशी कर ली थी। पीड़ित के पति का आरोप था कि वो आरोपियों के खिलाफ थाने के चक्कर लगाते रहे, लेकिन उनकी एफआईआर (FIR) नहीं लिखी गयी। फिर ये मामला उठा तो राजधानी भोपाल तक पहुंचा।
जिसके बाद इस पर सीएम शिवराज ने खुद एक्शन लिया और जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। सीएम की नाराज़गी और सख़्ती के बाद अब गैंगरेप के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर 376 D और 306 धारा के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। सीएम शिवराज ने कहा है कि प्रदेश में रेप के आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा।
ये भी पढ़ें...हाथरस कांड: आरोपी के पिता की मोदी-योगी के साथ वायरल फोटो का सच आया सामने
किसी को भी बख्शा न जाए
मुख्यमंत्री शिवराज ने प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति की समीक्षा के लिए एक अहम बैठक भी की। इसमें मुख्यमंत्री ने गृह विभाग को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में किसी भी प्रकार के माफिया और जनता के साथ धोखाधड़ी करने वाली चिटफंड कंपनियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। किसी को भी बख्शा न जाए।
उन्होंने कहा कि बदमाशों के मन में खौफ होना चाहिए.अपराधी तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई हो। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति और अपराधी तत्वों के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई की जानकारी ली। उन्होंने सख्त और साफ लहजे में कहा है कि प्रदेश में कानून एवं शांति व्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इस संबंध में पूरी मुस्तैदी से काम हो।
ये भी पढ़ें...हाथरस कांड: पीड़ित परिवार की ‘बंदी’ के खिलाफ कोर्ट जा सकती है कांग्रेस